L19/DESK : मिचौंग की कारण झारखंड के मौसम का रुख दो दिन से बदल गया है। बुधवार को सुबह से बारिश हो रही जो गुरुवार को भी जारी है। राजधानी रांची समेत पूरे झारखंड में झमाझम बारिश देखने को मिल रही है। जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रांची में सुबह से धुंध छाई हुई है। ऐसा महसूस हो रहा मानो लोग नेतरहाट या शिमला में है। दोपहर के बाद ठंड से लोग ठिठुरने लगे। कांटाटोली से बहू बाजार और ओवरब्रिज से राजेंद्र चौक की ओर जाने वाली सड़कों पर ऑफिस के समय में थोड़ी देर के लिए जाम लग गया था। जबकि, सड़क किनारे दुकान लगाने वाले हॉकर बारिश की वजह से आज सड़क पर देखने को नहीं मिले। बारिश के पानी से बचने के लिए उन्होंने दुकानों के छज्जे के नीचे रुके रहे।
धनबाद में भी तेज बारिश हो रही है। इसकी वजह से सड़कें सुनसान है। कोलियरी इलाके में गोफ से गैस निकल रहे हैं। जिसमे दूर से ही धुआं को देखा जा रहा है। चक्रवाती तूफान मिचौंग की वजह से राजधानी समेत सभी जिलों के अधिकतम तापमान में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। रांची और पलामू का तापमान सामान्य से करीब 7 डिग्री नीचे जा चुका है, तो जमशेदपुर और बोकारो का सामान्य सामान्य से 5 डिग्री नीचे पहुंच गया। जबकि, न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक है। जानकारी के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान मिचौंग का व्यापक असर चेन्नई और तमिलनाडु में पड़ा। झारखंड को भी इसने पूरी तरह से भिंगो दिया है। पिछले 24 घंटे में रुक-रुककर रांची में अच्छी-खासी बारिश हुई है। लगातार बूंदाबांदी से जहां न्यूनतम तापमान में कमी आई है, वहीं दूसरी ओर लोग दिनभर गरम कपड़े में खुद को ठंड से बचाते दिख रहे हैं। ठंड को लेकर सड़कों पर आना जाना कम हो गया है।
बाजारों में भी अन्य दिनों की तरह भीड़ नहीं है। गुरुवार सुबह 10 बजे तक सरायकेला-खरसावां जिले के खरसेमा में सबसे ज्यादा 75.4 मिलीमीटर वर्षा हुई है। मौसम विभाग के द्वारा अभी आकाश में बादल छाये रहेंगे। कहीं-कहीं हल्के व मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभवना है। मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, बादल छंटते ही न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है। उन्होंने यह भी बताया कि आठ दिसंबर से मौसम में सुधार होने के संकेत हैं। कहा कि आकाश में हल्के बादल तो छाये रहेंगे, लेकिन मौसम दिन भर शुष्क रहेगा। झारखंड के अलग-अलग हिस्से में बारिश से लोग परेशान रहे। लगातार बारिश से बड़ाबाम्बो क्षेत्र में 12 घंटे से बिजली गुल है। सभी जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। धान की खेती को भी नुकसान हुआ है। सब्जी की फसल के साथ-साथ पालक की खेती को भी नुकसान हुआ। दूसरी तरफ, मौसम के करवट लेते ही सरकारी अस्पतालों और निजी क्लिनिक्स में सर्दी-खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है।
पिछले 24 घंटे की बात किया जाए, तो सबसे अधिक उच्चतम तापमान गोड्डा में, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान रांची में रिकॉर्ड किया गया। गोड्डा का अधिकतम तापमान 25.3 डिग्री सेंटीग्रेड और रांची का न्यूनतम तापमान 15.7 डिग्री सेल्सियस रहा। 8 दिसंबर को भी झारखंड में कोहरा और धुंध छाया रहेगा। बाद में आंशिक बादल छाए रहेंगे। हालांकि, मौसम शुष्क रहेगा। 9 दिसंबर को भी आंशिक बादल छाए रहने का अनुमान लगाया गया है। 10 दिसंबर से आसमान साफ रहने का अनुमान मौसम केंद्र रांची ने जताया है। राजधानी रांची के मौसम की बात करें, तो न्यूनतम तापमान 13 डिग्री तक गिर सकता है, जबकि उच्चतम तापमान 18 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। रांची में भी 10 दिसंबर से मौसम साफ होने की बात मौसम केंद्र के प्रमुख अभिषेक आनंद ने कही है।