L19/Ranchi : रांची राजधानी में लोगों को इलेक्ट्रिक स्मार्ट प्रीपेड मीटर के नाम पर बिजली विभाग द्वारा मनमाना बिजली बिल दिया जा रहा है। जिसकी लगातार शिकायत सामने आ रही है। राँची केंद्र इलाके के रत्न टकिज,आजाद बस्ती,कर्बला चौक ,हिंडपीढ़ी,पुनदाग आदि जैसे इलाकों में अचानक से बिजली बिल, पूर्व से 3 गुणा/ 4गुणा/ कही-कही तो 5गुणा भी बिजली बिल उपभोक्ताओं को दिया जा रहा है। उपभोक्ताओं ने बताया जब से स्मार्ट मीटर लगा है, तब से हर माह पुराने मीटर बिल के तुलना में कई गुणा बिजली बिल दिया जा रहा है। मोहम्मद बेलाल,कर्बला चौक निवासी ने बताया कि पहले मेरे घर में अधिकतम 1000-1200रुपए मात्र तक ही बिल आता थ लेकिन स्मार्ट मीटर लगाने पर 5000 हजार रुपए तक बिल दिया जा रहा है। मोहम्मद इरशाद,हिंदीपिडी निवासी ने बताया कि पहले उसके घर मे अधिकतम 400 से 500रुपए तक के ही बिल आता था लेकिन अब स्मार्ट मीटर से 2500रुपए तक बिल दिया जा रहा है। रत्न टकीज निवासी ने बताया की की उसका पहले 500रुपए तक बिल आता था, लेकिन अब 5000 हजार रुपए से लेकर 6000 हजार रुपए तक का बिल दिया जा रहा हैं। उपभोक्ताओं ने यह भी बताया की विभाग से कई बार शिकायत की गई है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। कभी कभी ऊर्जा मित्र जानमुझ कर बिल अधिक काट देते है और बिल कम भरा देने के नाम पर साइड से रुपए हड़प लेते है। कुछ लोगों को जन मुझकर विभागीय गलती और ऊर्जा मित्र के गलतीं के कारण ऑफिस के चक्कर काटने पड़ते है।
कुल चार फेज में लगना है स्मार्ट प्रीपेड मीटर214 करोड़ खर्च किए जाएंगे
कुल चार फेज में स्मार्ट मीटर लगाया जायगा, रांची मे अबतक कुल 87 हजार स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके है। स्मार्ट मीटर लगाने के नाम पर सिर्फ रांची में 214 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
निगम के टोलफ्री नंबर पर करा सकते है, शिकायत दर्ज
बिजली बिल अधिक होने पर इन टोल फ्री नंबर पर दर्ज करा सकते है शिकायत स्मार्ट मीटर से अगर बिल अधिक आता है, तो उपभोगी नगर निगम के इन टोलफ्री नंबर पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं: 9431135503, 9431135515, 9431708974, 9431709171, 9431135535.
क्या कहना है अधिकारीगणों का
क्या कहना हैं अधिकारीगणों का बिजली बिल अधिक आने के पीछे ऊर्जा मित्रों की लापरवाही हो सकती है। क्यूंकी सारे स्मार्ट मीटर टेस्टिंग के बाद ही घरों पर लगाए गए है। अगर किसी का बिजली बिल अधिक आता हो तो यह गलत है, और जल्द ही इस मशले का समधान किया जाएगा। (संजय सिंह, जीएम, आईटी डिपार्ट्मन्ट, जेबीवीनएल।