L19/Ranchi : बिहार के कटोरिया विधानसभा से पूर्व विधायक राजकिशोर यादव उर्फ पप्पू यादव ईडी के समक्ष हाजिर हुए। साहिबगंज के अवैध खनन मामले में उनसे देऱ शाम तक पूछताछ चली। इस दौरान उनसे हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि रहे पंकज मिश्रा से संबंधों के बारे में पूछा। अवैध कमाई में हिस्सेदारों की जानकारी लेनी चाही। इस अवैध बाजार में स्थानीय प्रशासन से मिले सहयोग के बारे में पूछा।
लेकिन ईडी के सभी सवालात पर पप्पू यादव मौन रहे। बस इतना कहा कि अवैध खनन से उनका कोई लेना देना नहीं है. राजनीति में रहने के कारण कई नेताओं से उनके संबंध हैं। इसके बाद ईडी अधिकारियों ने पप्पू यादव को अपने और पूरे परिवार की संपत्ति का ब्योरा पेश करने का निर्देश दिया।
ईडी को मिली थी ये जानकारी
गौरतलब है कि ईडी को ये जानकारी मिली थी कि अवैध पत्थर खनन मामले में पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किये जाने के बाद पप्पू यादव ही अवैध वसूली कर रहे थे। वसूली की रकम पुलिस प्रशासन के अधिकारियों में बंटती भी थी. इससे संबंधित ठोस सबूत ईडी को मिले हैं। ईडी ने पप्पू यादव से पत्थर माफिया मुंगेरी यादव के उन 50 लाख रुपयों का भी हिसाब मांगा, जिसे मंडल कारा साहिबगंज में रहते हुए मुंगेरी यादव ने अपने रिश्तेदारों के माध्यम से पटना के एक होटल में भुगतान कराया था। हालांकि, ईडी के अधिकारी पप्पू यादव के जवाबों से असंतुष्ट ही रहे।
कौन हैं पप्पू यादव ?
पप्पू यादव की बात करें तो वह बिहार के बांका जिले के कटोरिया विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था, और जीत हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने राजद join कर लिया, जिसके बाद वह चुनाव हार गये। कटोरिया विधानसभा सीट को महिलाओं के लिये आरक्षित किये जाने के बाद उन्होंने अपनी किस्मत बेलहर सीट पर आजमायी, लेकिन उन्हें फिर से मुंह की खानी पड़ी। आगे चलकर उन्होंने भाजपा और इसके बाद झामुमो को भी ज्वाइन किया ताकि दुमका के जरमुंडी सीट से चुनाव लड़ सकें। फिलहाल वह राजनीति में एक्टिव नहीं है।
