L19 DESK : आजसू छात्र संघ की ओर से बीबीएमकेयू के लिए 7 सूत्री मांगों को लेकर 26 जुलाई को रांची में राजभवन के सामने धरना दिया। इनके मुख्य मांगों में कुड़मालि, खोरठा एवं संथाली भाषा की स्नातकोत्तर (पीजी) स्तर पर पढ़ाई चालू करने, जूलॉजी तथा बॉटनी विषय की पीजी स्तर पर पढ़ाई पुनः चालू करने, बीबीएमकेयू के अधीन विभिन्न अंगीभूत महाविद्यालयों में बंद पीजी की पढाई चालू करने समेत अन्य मांगें हैं।
धरना का नेतृत्व कर रहे संघ के बीबीएमकेयू प्रभारी हीरालाल महतो ने बीबीएमकेयू कुलपति शुकदेव भोई पर छात्र हितों को नजर अंदाज करने और भ्रष्टाचार में लिप्त रहने समेत अन्य आरोप लगाए। कहा कि कुलपति हमारी मांगों पर ध्यान न देकर पैसों की उगाही में लगे हैं। शिक्षकों को ट्रांसफर का भय दिखाकर लाखों रुपए की वसूली की जा रही है। बिना टेंडर जारी किए विश्वविद्यालय परिसर में कैंटिन आवंटित कर दिया गया। एक अयोग्य संवेदक को मैन पावर सप्लाई का कार्य कमीशन लेकर सौंपा गया। हमारी मांगों को मानते हुए कुलपति को पदमुक्त किया जाए।
छात्र नेता विशाल महतो ने कहा कि कुलपति ने वरीयता सूची को ताक पर रखकर जूनियर्स शिक्षकों से रिश्वत लेकर प्रभारी प्राचार्य बना दिया। कुलपति के खिलाफ आजसू छात्र संघ ने राज्य के सभी विधायकों को ज्ञापन भी सौंपा था। विधायकों ने कुलपति के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया था। आश्वासन के बाद भी उनके खिलाफ अभी तक कार्रवाई नहीं किया गया। धरना देने वालों में संघ के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सिंह, नीतीश सिंह, ज्योत्सना केरकेट्टा, बबलू महतो, गौतम महतो, दिवाकर महतो, विक्की कुमार, सचिन दास, करण यदुवंशी, अनुराग वर्मा, जितेंद्र मंडल, उत्पल मंडल, करण गोप, शेखर महतो, अंजू तिर्की, राहुल तिवारी, नीरज वर्मा, ओम वर्मा, विकास कुमार, सूरज शर्मा समेत दर्जनों छात्र शामिल थे।