L19 DESK : विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में ड्रॉपआउट रेट में कमी लाने के लिये उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की ओऱ से यूजीसी नियमावली के तहत मल्टीपल एंट्री व एग्जिट प्रणाली की संशोधित गाइडलाइन तैयार की है। इसके तहत अब विद्यार्थी ग्रेजुएशन से लेकर पीएचडी के दौरान अगर बीच में पढ़ाई छोड़ते हैं, तो उन्हें फिर भी प्रमाण पत्र दिया जायेगा। विद्यार्थियों को अधूरे कोर्स के लिये क्रेडिट मिलेंगे। इसके लिये फ्रेम वर्क तैयार कर लिया गया है, बस अब इसे लागू करने की देरी है।
यह संशोधित गाइडलाइन सकल नामांकन में सुधार लाने में भी सक्षम होगी जिसे विद्यार्थियों के लिये शिक्षा को लचीला बनाया गया है। गाइडलाइन के तहत विद्यार्थियों की इच्छा पर निर्भर करेगा कि वह यूजी ऑनर्स या यूजी ऑनर्स विथ रिसर्च अपनायें। इसी प्रकार यूजी बैचलर भी विद्यार्थियों की इच्छा पर निर्भर करेगा। यूजी सर्टिफिकेट के तहत 40 क्रेडिट के पाठ्यक्रम और एक व्यावसायिक पाठ्यक्रम के साथ दो सेमेस्टर सफलतापूर्वक पूरा करना होगा। साथ ही, गर्मी की छुट्टियों के दौरान चार क्रेडिट का इंटर्नशिप/प्रोजेक्ट करना होगा। यूजी डिप्लोमा के लिए 80 क्रेडिट के पाठ्यक्रम और चार क्रेडिट के एक व्यावसायिक पाठ्यक्रम/इंटर्नशिप/प्रोजेक्ट के साथ चार सेमेस्टर पूरा करना होगा।
इतने दिन के कोर्स के लिये ये डिग्री मिलेगी
- लेवल 4.5 स्नातक एक वर्ष (सेमेस्टर वन व टू) तक पढ़ाई करने पर यूजी सर्टिफिकेट
- लेवल 05 के तहत स्नातक दो वर्ष (सेमेस्टर तीन व चार) पूरा करने पर यूजी डिप्लोमा
- लेवल 5.5 के तहत स्नातक तीन वर्ष (सेमेस्टर पांच व छह) पूरा करने पर यूजी बैचलर
- लेवल 06 के तहत स्नातक चार वर्ष (सेमेस्टर सात व आठ) पूरा करने पर यूजी ऑनर्स/यूजी ऑनर्स विथ रिसर्च
- लेवल छह में ही पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा के तहत एक वर्ष पूरा करने पर पीजी डिप्लोमा
- 6.5 के तहत पोस्ट ग्रेजुएट के लिए एक वर्ष/दो वर्ष पूरा करने पर मास्टर डिग्री
- लेवल 07 के तहत पोस्ट ग्रेजुएट (एमइ, एमटेक आदि) के लिए दो वर्ष पूरा होने पर मास्टर डिग्री तथा
- लेवल 8 के तहत डॉक्टरल
- पोस्ट डॉक्टरल व हायर के लिए 03-06 वर्ष पीएचडी के लिए पूरा करने पर पीएचडी व अन्य का प्रमाण पत्र दिया जायेगा