Ranchi: इन दिनों राजनीतिक गलियारों में हटिया विधानसभा की खूब चर्चा हो रहीं हैं. हटिया विधानसभा का अगला विधायक कौन होगा ये तो खेर जानत तय करेगी. मगर इस विधानसभा से कोई भी तीन बार से अधिक विधायक नहीं बन पाया
हटिया विधानसभा का इतिहास
हटिया विधानसभा का इतिहास बहुत पुराना नहीं हैं. 1977 में बना हटिया विधानसभा में अब तक 10 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं जबकि 1 बार उप चुनाव हुआ हैं।
कोई भी चौथी बार नहीं पाया विधायक
हटिया विधानसभा में किसी भी प्रतिनिधि को चौथी बार प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं मिल पाया. इस सीट से पहले विधायक सुबोधकांत सहाय जीत कर आये थे वह भी तीन बार विधायक रहे और वर्ष 1985 में अंतिम बार नेतृत्व करने के बाद 1989 में सांसद बन गये. जिसके बाद 1990 में इस सीट पर बीजेपी से रामजीलाल सारडा विधायक चुन कर आये.जिन्होंने दूसरी बार 1995 में जीत दर्ज की और आखरी बार 2000 में वह हटिया सीट से जीते. साल 2009 में बीजेपी ने फिर एक बार उन पर भरोषा जताया और बीजेपी से टिकट दिया पर वह चुनाव हार गये. इस बार कांग्रेस से गोपाल शरण नाथ शाहदेव ने जीत दर्ज की.
क्या नवीन जायसवाल तोड़ेगे इतिहास
वर्तमान में यहाँ से नवीन जायसवाल विधायक हैं. गोपाल शरण नाथ शाहदेव के निधन हो जाने के बाद 2012 में हटिया विधानसभा खाली हो गया जिसके बाद यहाँ उप चुनाव हुए. और इस इस बार आजसू ने यहाँ बाजी मार ली नवीन जायसवाल विधायक चुन कर आये. फिर आजसू बीजेपी का गठबंधन हो गया जिसके बाद नवीन जायसवाल ने झाविमो के टिकट पर चुनाव लड़ा और एक बार फिर वह जीते. चुनाव जीतने के बाद के कुछ ही महीनों बाद वह बीजेपी के हो लिये. 2019 की विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें चुनाव मैदान में उतारा और इस बार कांग्रेस के अजय नाथ शाहदेव को हरा कर एक बार फिर वह जी गये. इस बार विधानसभा चुनाव में ये संसय बना हुआ हैं कि हटिया विधायक का तीन बार वाला इतिहास टूटेगा या नहीं.मगर इस समय क्षेर में जीत के लिए नेता जी जोरो सोरो से अपने समर्थकों के साथ बैठक कर रहे हैं.