L19 Desk : झारखंड में बर्ड फ्लू ने पैर पसार दिया है। होली में जहां लोग नॉन वेज के शौकीन होते हैं, वहीं इस बार बर्ड फ्लू के बोकारो जिले में व्याप्त होने से लोग परेशान हैं। इस बीच स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का विवादित बयान तेज़ी से वायरल हो रहा है। उनका कहना है कि बर्ड फ्लू से डरने की ज़रुरत नहीं है, जब जब बर्ड फ्लू ने दस्तक दी है, तब-तब मैंने मुर्गों का अधिक सेवन किया है।
उन्होंने लोगों से चिकन पकाने का भी तरीका साझा किया। स्वास्थ्य मंत्री ने सलाह देते हुए कहा कि इस दौरान मुर्गे को आग में ज्यादा भूनकर खाना है। उन्होंने बताया कि बर्ड फ्लू के मामलों की जानकारी उन्हें समाचार पत्रों के माध्यम से प्राप्त हुई। पशुपालन मंत्री इस पर संज्ञान लेकर कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। किसी को डरने की आवश्यकता नहीं है।
बोकारो में बर्ड फ्लू के मामले
बोकारो जिले में अबतक बर्ड फ्लू के वजह से लगभग 4 हज़ार मुर्गियों व बत्तखों के मौत की खबरें आयी हैं। रांची में भी इसकी पुष्टि हुई है। केंद्रीय मत्स्य व पशुपालन मंत्रालय ने राज्य के चीफ सेक्रेटरी को पत्र के माध्यम से प्रोटोकॉल तैयार कर कार्रवाई करने के लिए कहा है। एक अधिकारी के अनुसार, “केंद्र ने झारखंड के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह को 3 मार्च को लिखे एक पत्र में रांची में मुर्गियों में बर्ड फ्लू के संक्रमण की पुष्टि की है। राज्य को इसके रोकथाम के लिए कदम उठाने का निर्देश भी दिया है।”
सूत्रों के अनुसार राज्य के पशुपालन विभाग द्वारा मुर्गियों में बर्ड फ्लू के लक्षण पाये जाने की खबर के बाद इसके सैंपल भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान जांच के लिए भेजे गये थे। शुक्रवार को जांच के परिणाम में इसकी पुष्टि हुई। इस बाबत पशुपालन निदेशक चंदन कुमार ने रांची उपायुक्त और जिला पशुपालन अधिकारी को इसके संक्रमण के रोकथाम के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के आदेश दिए हैं। गौरतलब है, बोकारो स्थित चास में बर्ड फ्लू की जानकारी प्राप्त होने के बाद 3,856 मुर्गियों व बत्तखों की हत्या कर दी गयी थी।