L19 DESK : झारखंड बंगाल और बिहार के कुख्यात नक्सली प्रशांत बोस के दस्ते का सक्रिय सदस्य रहे रुपेश कुमार से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पूछताछ कर रही है।बीते दिनों पटना की एनआईए ब्रांच ने रूपेश कुमार को पांच दिनों की रिमांड पर लिया था। ज्ञात हो कि 17 जुलाई 2022 को सरायकेला-खरसावां पुलिस ने रामगढ़-हजारीबाग सीमा क्षेत्र के गिद्दी थाना क्षेत्र अंतर्गत बिंझार स्थित एक मकान में छापेमारी की थी और रुपेश कुमार सिंह को गिरफ्तार किया था।
इस दौरान पुलिस ने नक्सली दस्तावेज, गया जेल में बंद फांसी की सजा से मुक्त हुए हार्ड कोर माओवादी नैनेलाल मोची की नक्सली कविता की कॉपी, दो लैपटॉप, एक आइफोन, दो मोबाइल और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किये थे। सरायकेला ले जाने के दौरान नक्सली रुपेश समेत उसके स्वजनों ने इंकलाब जिंदाबाद, फैक्टचेकर मो. जुबेर को रिहा करो, पत्रकारों पर दमनामत्क कार्रवाई बंद करो समेत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ नारेबाजी की थी।
गिरफ्तार नक्सली रुपेश पर बिहार-झारखंड के कई जिलों में नक्सलियों को विस्फोटक पदार्थ पहुंचाने का आरोप है। तीन वर्ष पहले शेरघाटी, गया में पुलिस ने रामगढ़ से विस्फोटक पदार्थ ले जाने के दौरान रुपेश समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। छह माह बाद जेल से छूटकर आने के बाद वह फिर से नक्सली गतिविधियों में शामिल हो गया था।रुपेश खुद को स्वतंत्र पत्रकार का परिचय देकर रामगढ़ में पूरे परिवार के साथ रह रहा था। कांड्रा थाना कांड संख्या-67/21 के तहत रुपेश सिंह पर नक्सली गतिविधि के मामले में प्राथमिकी दर्ज है।