L19 Desk : झारखंड की उत्पाद नीति में हुए बड़े बदलाव का असर आज सोमवार 1 सितंबर से दिखना शुरू हो जायेगा। नयी नीति के तहत राज्य में खुदरा शराब की दुकानों का ज़िम्मा निजी हाथों को सौंप दिया गया है। राज्य में कुल 1343 शराब दुकानों का संचालन होगा। इसमें कंपोज़िट और 159 देशी शराब की दुकानें शामिल हैं। नयी शराब नीति का प्रभाव शराब की कीमतों पर पड़ा है। मिली जानकारी के मुताबिक, विदेशी शराब सस्ती हो गयी है, जबकि पॉपुलर ब्रांड्स की शराब, देसी शराब और बीयर की कीमत में इज़ाफा देखने को मिलेगा।
रांची में सबसे अधिक शराब दुकानें
राजधानी रांची में सबसे ज्यादा 150 शराब दुकानें खोली गई हैं। विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, जो दुकानें पहले से संचालित थीं, उन्हें तीन दिनों के लिए स्टॉक उपलब्ध करा दिया गया है। वहीं, नयी खुली दुकानों के संचालक आज दोपहर 12 बजे के बाद डिपो से शराब ले सकेंगे। राज्यभर में पहले केवल 8 डिपो थे, लेकिन अब उनकी संख्या बढ़ाकर 21 कर दी गई है।
नयी उत्पाद नीति और कीमतों में बड़ा बदलाव
झारखंड में नयी उत्पाद नीति लागू होने के साथ ही शराब की कीमतों में बड़ा फेरबदल देखने को मिला है।
वहीं, विदेश से आयातित विदेशी शराब 6,000 रुपये तक सस्ती हो गई है।
देशी शराब और बीयर 20 रुपये महंगी हो गई है।
भारत में बनी विदेशी शराब (IMFL) की कीमतों में 300 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है।
विदेशी शराब हुई सस्ती
नयी नीति के तहत विदेश में बनी शराब के दाम में उल्लेखनीय गिरावट आई है—
शराब | कीमत (पहले) | कीमत (अब) |
रॉयल सैल्यूट | 20,000 | 13,400 रुपये |
रॉयल ब्रासक्ला सिंगल मॉल्ट | 17,500 | 11,900 रुपये |
ग्लेनलिवे | 5,400 | 4,100 रुपये |
वाइन (जेकब्स क्रीक | 1,650 | 1,250 रुपये |
भारत में बनी विदेशी शराब महंगी
देश में निर्मित विदेशी शराब (IMFL) पर उपभोक्ताओं की जेब ज्यादा ढीली होगी—
- रॉयल स्टैग और ऑफिसर्स च्वाइस : 110 रुपये महंगे
- ब्लैक डॉग, 100 पाइपर्स, विलियम लॉसन : 200–250 रुपये महंगे
- बकार्डी और गोल्फर शॉट : 100 रुपये तक महंगे
- एंटीक्विटी ब्लू और ब्लेंडर्स प्राइड : 150 रुपये महंगे
नयी नीति से जहां विदेशी शराब प्रेमियों को राहत मिली है, वहीं IMFL, देशी शराब और बीयर पीने वालों की जेब पर बोझ बढ़ गया है। अब रांची समेत पूरे राज्य में नई कीमतों के साथ शराब की बिक्री शुरू हो गई है।