L19 DESK : तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा गुरुवार को लोकसभा की आचार समिति के सामने पेश होंगी। उन पर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने संसद में रिश्वत लेकर लेकर सवाल पूछने का आरोप लगाया है। हालांकि, सांसद महुआ मोइत्रा ने इस आरोप को सिरे से खारिज करते हुए ‘रिश्वत देने वाले’ दर्शन हीरानंदानी और शिकायतकर्ता वकील जय देहाद्रई से पूछताछ करने की अनुमति मांगी है।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर ‘मामले की जांच की मांग की थी। उन्होंने यह भी दावा किया था कि वकील जय अनंत देहाद्रई ने उन्हें रिश्वत के सबूत दिए थे। सांसद मोहुआ मोइत्रा ने कल अपने पत्र को एक्स हैंडल पर सार्वजनिक किया, जिसमें उन्होंने अपने पत्र को पोस्ट करते हुए लिखा कि आचार समिति ने मुझे समन जारी करना ही उचित समझा, लेकिन मैं समझती हूं कि सुनवाई से पहले अपना पत्र जारी कर देना चाहिए।
महुआ मोइत्रा ने अपने पत्र में लिखा है कि वकील देहाद्रई ने अपनी लिखित शिकायत या मौखिक सुनवाई में किसी भी प्रकार का कोई भी सबूत अपने आरोपों के संबंध में नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए मैं देहाद्रई से पूछताछ करने के अपने अधिकार का इस्तेमाल करना चाहती हूं।
मामले पर समन से पहले गृह, विदेश और आईटी मंत्रालय ने कमेटी को अपनी-अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है। आईटी मंत्रालय ने सांसद की आईडी दुबई में 49 बार लॉग-इन होने की पुष्टि की है। कमेटी ने गृह मंत्रालय से तृणमूल सांसद की पांच साल के दौरान विदेश दौरे और विदेश मंत्रालय ने इस दौरान उनकी गतिविधियों की जानकारी मांगी थी।