रांची: सोमवार को ईडी की ताबड़तोड़ छापेमारी को लेकर मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी में शामिल होने का दवाब बनाया जा रहा था। जब बीजेपी को इसमें सफलता नहीं मिली, तो उन्हें और उनके परिजनों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। मंत्री ने कुछ पत्रकारों पर भी दवाब बनाने का आरोप लगाया। मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने साफ तौर पर कहा कि हमलोग डरने वाले नहीं हैं. साथ ही ईडी द्वारा की गई छापेमारी का खुलासा करने की मांग की गई ।मंत्री मिथिलेश ठाकुर कैबिनेट की बैठक में शामिल होने के लिए प्रोजेक्ट भवन मन्त्रालय पहुंचे थे।बता दे पेयजल स्वच्छता विभाग के जल जीवन मिशन में अनियमितता भ्रष्टाचार और योजना राशि की लूट को लेकर छापेमारी चलाई जा रही है।सुबह ईडी ने जल जीवन मिशन में अनियमितता को लेकर मंत्री मिथिलेश ठाकुर के रांची और चाईबासा के 20 के अधिक ठिकानों पर छापेमारी की हैं। इस छापेमारी में ईडी ने आई ए एस अधिकारी मनीष रंजन के अलावा विभागीय इंजीनियर्स के ठिकाने, मंत्री के भाई विनय ठाकुर और मंत्री के पीएस हरेंद्र सिंह के ठिकानों पर भी ईडी ने सघन छापेमारी की।
क्या है मामला
दरअसल रांची के सदर थाना में जल जीवन मिशन के तहत मामला दर्ज हुआ था। करोड़ों रुपए के पाइपलाइन घोटाले मामले में विभाग के कैशियर संतोष कुमार की अप्रैल, 2024 में गिरफ्तारी हुई थी। वहीं, गिरफ्तारी के दौरान संतोष के घर से 50 लाख रुपए से अधिक बरामद हुए थे । पुलिस ने संतोष को सुखदेवनगर थाना क्षेत्र स्थित उसके ससुराल से गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक, फर्जी बिल के सहारे 20 करोड़ रुपए से अधिक की निकासी हुई थी। पुलिस के मुताबिक, वर्ष 2012 में पेयजल विभाग ने रांची में पाइपलाइन बिछाने का काम एलएंडटी कंपनी को दिया था। इस प्रोजेक्ट का बजट 200 करोड़ था, लेकिन किसी कारणवश इस प्रोजेक्ट को बीच में ही रोकना पड़ा ।पुलिस के मुताबिक, विभागीय कर्मचारी ने इस मौके का फायदा उठाते हुए दो निजी कंपनियां बनाई और अपने सगे-संबधियों के बैंक में ओर खाते खुलवाए ।इस दौरान एलएंडटी कंपनी द्वारा किए गए काम के एवज में फर्जी बिल बनाकर करोड़ों की निकासी की।बिना काम के फर्जी बिल के आधार पर भुगतान भी कर योजना राशि की लूट कर ली गई। लाभुकों के घर में बिना पाईप बिछाये पानी मीटर लगाकर लाभुक से पैसे भी ठग लिया ।झारखंड के कई जिलों में बिना काम के योजना राशि को एक सुनियोजित षड़यंत्र के तहत लूटा गया।सूत्र का कहना है की जल्द ही विभागीय मंत्री से गहन पूछताछ करने वाली है।