L19 Desk : क्या मईयां सम्मान योजना बंद हो जायेगी ? क्या महिलाओं के खाते में हर महीने 2500 रुपये ट्रांसफर नहीं किये जायेंगे? ये सवाल पिछले कुछ समय से लगातार खड़े हो रहे हैं। विपक्षी दल भाजपा भी लगातार योजना को लेकर सवाल खड़े कर रही है। और तो और अब तक जनवरी महीने की किश्त भी महिलाओं के खाते में नहीं आयी है। जबकि झामुमो के वायदे के अनुसार, हर महीने की 11 तारीख़ को महिलाओं के खाते में पैसे आ जाने चाहिये थे। इसलिये अब ये सवाल और भी पुख्ता हो गया है। फंड की कमी के वजह से क्या अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन महिलाओं से किये गये वायदे को निभाने में विफल रहेंगे ?
बाबूलाल मरांडी ने खड़े किये सवाल
झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की महिलाओं को बड़ी सौगात देते हुए मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत की थी। इसके तहत प्रत्येक माह की 11 तारीख़ को महिलाओं के खाते में डीबीटी के माध्यम से 2500 रुपये ट्रांसफर करने का लक्ष्य रखा गया था। हालांकि, विपक्षी दल भाजपा का आरोप था कि हेमंत सोरेन सरकार इस योजना को खींच नहीं पायेगी, क्योंकि सरकार के पास फंड की कमी है।
पिछले दिनों भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक पोस्ट के ज़रिये सीएम हेमंत सोरेन पर महिलाओं को धोखे में रखने का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि सरकार अपना वादा निभाने में विफल रही, जनवरी माह के योजना के पैसे अब तक महिलाओं को नहीं मिले। जबकि जेएमएम का दावा था कि महीने की 11 तारीख़ को पैसे ट्रांसफर कर दिये जायेंगे। आखिरकार, योजना की राशि भुगतान करने में सरकार इतनी देरी क्यों कर रही है ?
मंत्री चमरा लिंडा ने दिया जवाब
हेमंत सरकार में कल्याण मंत्री चमरा लिंडा ने मंईयां योजना के बंद होने के सवालों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिये शुरु होने वाली मंईयां सम्मान योजना बिना रुके चलती रहेगी। इस दौरान योजना की तारीफ़ करते हुए चमरा लिंडा ने कहा कि इस योजना से महिलाएं अपने बच्चों को पढ़ा पा रही हैं, उन्हें शिक्षा का अधिकार दिला पा रही हैं। घर परिवार को आर्थिक तंगी से निजात दिला पा रही हैं, और सहयोग कर रही हैं। बेहतर और पौष्टिक खाना खिला पा रही हैं। ऐसे में अबुआ सरकार की यह योजना बेलगाम चलती रहेगी।