रांची: झारखंड आंदोलनकारी महासभा,आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच एवं शहीद देवेंद्र मांझी फाउंडेशन के तत्वाधान में शहीद देवेंद्र मांझी के पुण्यतिथि के अवसर पर डोरण्डा स्थित शहीद देवेंद्र मांझी के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।महासभा के अध्यक्ष राजू महतो एवं आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केन्द्रीय उपाध्यक्ष विजय शंकर नायक एवं शहीद देवेंद्र मांझी फाउंडेशन के सचिव प्रवीण केरकेट्टा के नेतृत्व में किया गया कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महासभा के अध्यक्ष राजू महतो ने कहा की झारखंड अलग राज्य का निर्माण लंबे त्याग और संघर्ष संघर्ष के साथ- साथ आने को कुर्बानियां दी गई तब जाकर राज्य का निर्माण हुआ शहीदों के श्रृंखलाओं में शहीद देवेंद्र मांझी का नाम सर्वोपरि है उन्होंने झारखंड के आदिवासी मूलवासी जनता के लिए के लिए जल जंगल जमीन की लड़ाई एवं उनके मालिकाना हक दिलाने की लड़ाई लड़ी आज भी अलग राज्य निर्माण के 24 वर्ष बाद आदिवासी मूलवासी जनता का भावना के अनुरूप एवं शहीद देवेंद्र मांझी के सपनों का झारखंड नहीं बन पाया है और ना ही अलग राज्य निर्माण के इस महान सपूत को अभी तक शाहिद का दर्जा नहीं दिया जाना अत्यंत शर्मनाक है । श्री महतो ने सरकार से मांग की है शहीद देवेंद्र मांझी को सरकारी स्तर से शहिद का दर्जा अभिलंब दिया जाए एवं शहीद देवेंद्र मांझी का गगनचुंबी प्रतिमा स्थापित किया जाए । इस अवसर पर आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केन्द्रीय विजय शंकर नायक ने कहा कि झारखंड के इस वीर सपूत ने अपनी प्राणों की आहुति देकर बलिदान देने का एक मिसाल कायम किया है जिसे झारखंड की जनता कभी भी नहीं भूल सकती है और झारखंड में आदिवासी मूलवासी जनता के सपनों का झारखंड बनाने के लिए हम सब कृत संकल्प हैं और यही शहीद देवेंद्र मांझी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी । श्री नायक ने आगे कहा कि अगर राज्य की सरकार शहीद देवेंद्र मांझी का आदमकद प्रतिमा नही लगाती है तो आने वाले दिनो मे आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच की ओर से एक भव्य और विशाल आदमकद प्रतिमा देवेन्द्र मांझी चौक मे वीर शहीद देवेन्द्र मांझी का लगाया जायेगा ।इन्होने चौक का भी अविलंब सुंदरीकरण की मांग किया क्योंकि मेकन ब्रिज के निर्माण के दौरान चौक जहां तहां से क्षतिग्रस्त हो चुका है । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए फाउंडेशन के सचिव परवीन केरकेट्टा ने कहा कि शहीद देवेंद्र मांझी के सपनों को साकार करने के लिए हम सभी उनके बतलाए मार्ग में चलने को हमेशा अग्रसर रहेंगे इसमें कोई कोर कसर नहीं रहेगा कार्यक्रम में बिरसा मुंडा, गुमड़ा उरांव, विधु उरांव ,विजय उरांव, ढूंढे प्रधान ,गगन महतो, संजू राणा मुंडा, यासीन अंसारी,सुनील कुमार, राणा जफर अली एंव सैकड़ो लोग उक्त माल्यार्पण कार्यक्रम मे सम्मिलित हुए।