L19 W.Singhbhum : चाईबासा के टोंटो में शहीद हुए झारखंड जगुआर के सब इंस्पेक्टर अमित कुमार तिवारी का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पलामू के पैतृक गांव तोल में अमित कुमार तिवारी का अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर सांसद विष्णुदयाल राम, आईजी राजकुमार लकड़ा, एसपी रिष्मा रमेशन, एएसपी ऋषभ गर्ग, एसडीपीओ सुरजीत कुमार समेत हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। अंतिम संस्कार से पहले अमित कुमार तिवारी के पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए भारी भीड़ उमड़ी।
अमित तिवारी का शव मंगलवार रात दो बजे पैतृक गांव पहुंचा। शहीद अमित तिवारी की अंतिम संस्कार तोलरा में कोयल नदी के तट पर राजकीय सम्मान के साथ किया गया। अमित तिवारी 2012 बैच के सब इंस्पेक्टर थे और पिछले कुछ महीने से झारखंड जगुआर में तैनात थे। मंगलवार की शाम रांची के जगुआर में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। उसके बाद पार्थिव शरीर पलामू के लिए रवाना किया गया था।
देर रात तक सैकड़ों की संख्या में पलामू के लोगों ने पार्थिव शरीर के दर्शन किए और श्रद्धांजलि दी। चाईबासा के तुम्बाहाका जंगल में सोमवार देर रात सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में सब इंस्पेक्टर अमित तिवारी और हवलदार गौतम कुमार शहीद हो गए थे। चार दिन पहले ही अमित की पत्नी ने एक बेटे को जन्म दिया।
अमित बेटे से मिल भी नहीं पाये, उन्होंने केवल मोबाइल में ही बेटे की तस्वीर देखी थी। अमित के पिता देवेंद्र तिवारी पेशे से किसान हैं। वहीं, चाचा निरंजन कुमार तिवारी पुलिस में इंस्पेक्टर हैं और झारखंड में ही तैनात हैं। अमित तिवारी के घर के कई सदस्य पुलिस सेवा से जुड़े हैं।