L19/Pakud : पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा प्रखंड की जोरडीहा पंचायत के बड़ा कुटलो गांव के साथ आसपास के 23 गांवों में मलेरिया बहुत तेजी से फैल गया है। परेशानी की बात तो यह है कि बीमारी के बावजूद यहां के लोग जांच के लिए अस्पताल नहीं जा रहे हैं। जिला प्रशासन व स्वास्थ्यकर्मियों के समझाने पर कुछ लोगों ने जांच कराया, तो उनमें मलेरिया के लक्षण पाये गये। इसे गंभीर रूप से लेते हुए डीसी मृत्युंजय बर्णवाल ने स्वास्थ्य विभाग को सभी प्रभावित गांवों में सर्वे कराने का निर्देश दिया साथ ही सिविल सर्जन को दवाओं सहित अन्य जरूरी संसाधन मुहैया कराने के निर्देश दिया हैं।
स्वास्थ्य विभाग की टीम गांवों में शिविर लगाकर लोगों के इलाज में जुट गयी है। बड़ा कुटलो गांव में ब्रेन मलेरिया से पांच बच्चों की मौत हो गयी थी। इस खबर की जानकारी मिलने के बाद रविवार को उपायुक्त गांव में पहुंचे। उन्होंने बड़ा कुटलो व अन्य गांवों में लगे स्वास्थ्य शिविरों का निरीक्षण किया व स्वास्थ्यकर्मियों से स्थिति की जानकारी ली। स्वास्थ्यकर्मियों ने डीसी को बताया कि गांव के लोग जांच नहीं करवा रहे हैं। इसके बाद डीसी ने ग्राम प्रधान बिरजू हांसदा व मुखिया जोसेफ मालतो की मौजूदगी में ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। उनके डर को दूर करने के लिए डीसी, सिविल सर्जन, एसडीओ आदि ने भी खुद रक्त की जांच करायी।
इसके बाद ग्रामीणों ने उन्हें देख अपना रक्त जांच करवाना शुरू किया। उपायुक्त ने ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए स्थानीय भाषा में गांव में माइकिंग कराने और लोगों को स्वास्थ्य जांच कराने के लिए प्रेरित किया। गांव की स्थिति की जानकारी लेने के बाद उन्होंने लिट्टीपाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी व कर्मियों के साथ बैठक की। इसमें उपायुक्त को बताया गया कि बड़ा कुटलो गांव के आसपास के 23 गांवों में लोगों को बुखार के लक्षण मिलने की संभावना है। डीसी ने सभी गांवों में सर्वे कराने का निर्देश दिया। साथ ही गांवों में मच्छरदानी, फॉगिंग और जागरूकता के लिए माइकिंग कराने का निर्देश दिया।