गुमला (सिसई): मंईयाँ सम्मान यात्रा के तहत गुमला जिले के सिसई प्रखंड में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्रीमती बेबी देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की सोच थी कि झारखंड की दीदियों, माताओं , बहनों को भी आर्थिक-सामाजिक रूप से सशक्त बनाया जाए। झारखंड मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान योजना के माध्यम से उन्हें आर्थिक संबल दिया जा रहा है । इस योजना के तहत पिछले 2 महीने की दो हजार की राशि बहनों के खाते में दी गई है। बहनें इस राशि को अपने ऊपर और अपने बच्चों पर खर्च करें।
सरकार आपके हितों के संरक्षण के लिए काम कर रही है
कृषि मंत्री श्रीमती दीपिका पांडेय सिंह ने कार्यक्रम में आयीं हजारों महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में आपके हितों के संरक्षण के लिए काम कर रही है । राज्य में पहली बार महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की बात की गई है। जो महिलाएँ समूह से जुड़ी हैं, उन्हें 11 हज़ार करोड़ का क्रेडिट लिंकेज दिया गया है । राज्य सरकार हर क्षेत्र में काम कर रही है। शिक्षा ,खेल ,स्वास्थ्य,कृषि सहित तमाम क्षेत्रों को प्रोत्साहित कर रही है।उन्होंने कहा की खेती से बहनें सशक्त हों । सरकार ने मोटे अनाजों के प्रोत्साहन के लिए मिलेट्स मिशन में 50 करोड़ की राशि डाली है।फ़सल बीमा एक रुपया में किया जा रहा है, जिसमें गुमला जिला के कृषकों बढ़ चढ़कर भाग लिया है। किसानों के दर्द की मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को चिंता है । सरकार ने अभी हाल में कृषकों का ऋण माफ किया है । उन्होंने कहा कि काम गिनाना करना शुरू करें, तो लिस्ट काफ़ी लंबी हो जाएगी ।
“झारखंड में आज लोग सरकार की किसी ना किसी योजना के साथ जुड़े हैं, यह मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की सोच का परिणाम”
विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन मुर्मू ने कार्यक्रम में शामिल महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड बहुत खूबसूरत है।यहाँ आदिवासी संस्कृति के अलग-अलग रंग दिखाई देते हैं। यहाँ की पहचान ,कला-संस्कृति,भाषा आदि पर हमें गुमान है। हमारे लोकप्रिय मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कुड़ुख भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में लाने के लिए पत्र लिखा है ।
श्रीमती कल्पना सोरेन मुर्मू ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने महिलाओं को सम्मान,आत्मविश्वास व सशक्त बनाने का प्रण लिया है और वे निरंतर इसे लेकर आगे बढ़ते रहेंगें। झारखंड मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान योजना से इसकी शुरुआत हो गई है।मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन झारखंड के आवाम की ख़ुशहाली के लिए काम कर रहे हैं । वह निरंतर एक-एक कर कई कल्याणकारी योजनाएं ला रहे हैं । बिरसा हरित ग्राम योजना ,बच्चियों की पढ़ाई न रुके इसके लिए सावित्रीबाई फूले किशोरी समृद्धि योजना, विदेशों में पढ़ने के लिए मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना सहित कई योजनाएं चल रही हैं ।झारखंड में आज लोग सरकार की किसी ना किसी योजना के साथ जुड़े हैं, यह मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की सोच का ही परिणाम है ।
गुमला विधायक भूषण तिर्की ने कहा कि मंईयाँ सम्मान यात्रा के माध्यम से हज़ारों महिलाओं को जोड़ने का काम किया जा रहा है ।मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने माताओं-बहनों को सम्मान देने का काम किया है ।राज्य के इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी मुख्यमंत्री ने राज्य की महिलाओं के आत्मसम्मान और उनके आत्मविश्वास को सुदृढ़ करने का काम किया है ।सिसई विधायक जिग्गा सुसारन होरो ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया ।कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के पदाधिकारीगण एवं हज़ारों की संख्या में महिलाएँ उपस्थित थीं।