L19/Dumka : कुमड़ाबाद गांव से लेकर मकर्मपुर गांव तक प्रकृति की मनोरम वादियों के बीच झारखंड का सबसे लम्बा पुल बन कर तैयार है।दुमका के लिए लाइफ लाइन मयूराक्षी नदी पर बना पुल पक्षिम बंगाल के साथ साथ एक बड़ी आवादी की नजदीकियां घटा दी है।दुमका में झारखण्ड का सबसे लम्बा पुल का निर्माण होने के बाद यहाँ के लोगों के लिए एक लाइफ लाईन बनता दिख रहा है । दरसल दुमका की मयूराक्षी नदी पर राज्य के सबसे लंबे पुल निर्माण पूरा हो चुका है, बस सरकार की ओर से उद्घाटन का इंतिजार किया जा रहा है। दुमका के कुमड़ाबाद गांव के पास बनने वाले इस उच्चस्तरीय पुल के निर्माण के लिए सरकार ने 198 . 11 करोड़ रुपये खर्च की है। जहां पुल को बनने के लिए 5 वर्षों का वक्त लगा है।
पुल के बीचों बीच पर्यटन दृष्टिकोण से भी ख्याल रखा गया है, जहाँ से लोग खूबसूरत हिल व्यू का आनंद ले सकेंगे।पुल के बन जाने से पक्षिम बंगाल जाने के लिए 12 किलोमीटर की दुरी घट गई है,वही दुमका जिला के 15 पंचायत के 144 गांव को इसका लाभ मिलेगा। दुमका के कुमड़ाबाद गांव अति पिछड़ा गांव था, और उस इलाके का लगभग 150 गांव शहर से कटे हुए थे लेकिन झारखण्ड सरकार के द्वारा पुल निर्माण के बाद न सिर्फ ग्रामीण शहर से जुड़ गए है बल्कि बंगाल जाना भी आसान हो गया है।पुल की लंबाई तकरीबन 2340 मीटर बनाई गई है और झारखंड राज्य राजमार्ग प्राधिकार के माध्यम से इस पुल का निर्माण कराई गई है।देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह के द्वारा मयूराक्षी पुल का शिल्यान्यास झारखंड सरकार के 1000 दिन पूरे होने के उपलक्ष में 22 अगस्त 2017 किये थे। कुमड़ाबाद और मकरमपुर गाँव में झारखण्ड का सबसे लम्बा पुल बनने से ग्रामीण काफी खुश है। पहले से ही बिस्थापन का मार झेल रहे 144 गांव के लोगों को दुमका और पक्षिम बंगाल जाने के लिए लम्बी दुरी तय करना पड़ता था। लेकिन अब पुल बनने से ग्रामीणों की दूरिया कम हो जाएगी।स्वास्थ्य शिक्षा और व्यपार का सीधा लाभ ग्रामीण को मिलेगा।
रिपोर्ट : बिनोद त्रिवेदी