L19/Ranchi : आए दिन झारखंड में आदिवासी बच्चे, युक्तियों और महिलाएं हूमन ट्रैफिकिंग का शिकार हो रही है सरकार द्वारा अनेकों कठोर नियम बनाए जाने पर भी मानव तस्कर बाज नहीं आ रहें है। हाल ही में मानव तस्करों द्वारा सिमडेगा के कुरडेग क्षेत्र की रहने वाली प्रीति कुजुर को दिल्ली में बेच दिया गया था। मिली सूचना के अनुसार उसके मालिकों ने उसे बहुत प्रताड़ित किया था जिस कारण तंग आकर प्रीति ने आत्महत्या कर ली। तस्करों ने प्रीति को नौकरी दिलाने क बहने रजौरी गार्डन दिल्ली स्थित एक आदमी को बेच दिया था। प्रीति के पिता राजेश कुजुर को इसकी जरा सी भी भनक नहीं थी की उसकी बेटी को दिल्ली में बेच दिया गया है और वह दिल्ली में है। उसकी मौत 31 मई 2023 को ही हो चुकी थी और घर मालिकों ने ही घटना की जानकारी उसके पिता को फोन पर दी और दिल्ली बुलाया। उसके पिता सिमडेगा में ही थोड़े बहुत खेती कर अपनी जीविका किसी प्रकार यापन करते है, पिता पर प्रीति के आलवे 2 और छोटे भाई है। उसकी माँ 8 साल पहले ही उनको छोड़ कर कही चली गई आज तक वापस नहीं आई। ग्रामीणों ने बताया की दिल्ली तत्काल जाने के लिए उसके पिता के पास रुपए नहीं थे। घटना की खबर सुन पिता किसी तरह से पैसों का इंतजाम कर आगंबड़ी सेविका के साथ दिल्ली चले गए और वही पुलिस क निर्देशनुसार शव का अंतिम संस्कार कर दिए। सूत्रों के अनुसार फरवरी माह में सेम्बरबेड़ा गावं निवासी अजय लकड़ा ने प्रीति के आलवे एक और लड़की को साथ काम दिलाने के बहाने ले कर गया था। राजौरी गार्डन दिल्ली की पुलिस और झारखंड एएचटीयू की पुलिस ने प्रीति के पिता का बयान दर्ज कर लिया है। हूमन ट्राफिकिंग से जुड़ा मुद्दा होने के वजह से सिमडेगा पुलिस ,चाइल्ड लाइन और ट्राइबल आयोग भी इस घटना की जाँच कर रहे हैं।