L19/DESK : झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के द्वारा 11 सूत्री मांगों को लेकर बुधवार को रणधीर वर्मा चौक पर धरना दिया गया। जिसमें जिले भर के हजारों की संख्या में स्वास्थ्य कर्मचारियों, सहिया साथी, एनएचएम कर्मचारी, पोषण सखी सहित विभिन्न संगठनों से जुड़े कर्मचारियों का जुटान हुआ। इससे पहले एक विशाल महारैली आयोजित की गयी। रैली हीरापुर हटिया होते हुए रणधीर वर्मा चौक पहुंच कर धरना प्रदर्शन में बदल गया। इस धरना प्रदर्शन में निरसा के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी भी शामिल हुए।
जिले में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे महासंघ की संघर्ष समिति के अध्यक्ष सह चिकित्सा संघ के राज्य महासचिव संजुत कुमार सहाय ने बताया कि 11 सूत्री मांगों को लेकर विशाल महाधारणा और रैली का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार में आने से पहले सभी सहिया साथियों और स्वास्थ्य कर्मचारियों से वादा किया था कि उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा. लेकिन अब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया। मुख्य मांगों में तृतीय वर्ग के राज्यकर्मियों का न्यूनतम ग्रेड पे 2400 रुपए किया जाए, चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों को तृतीय वर्ग के रिक्त पड़े पदों के 50 प्रतिशत पर पदोन्नति दी जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी मांगे पूरी नहीं की जाती है तो 4 दिसंबर को रांची में मुख्यमंत्री झारखंड सरकार के समक्ष धरना प्रदर्शन दिया जायेगा।
पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में काम कर रहे सहिया, सहिया साथी, बीटीटी, एसटीटी, पारा मेडिकल, एएनएम आदि के लिए संवर्गीय नियमावली बनाई जाए. सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ाकर 65 वर्ष की जाए। आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका के निर्गत नियमावली की त्रुटियों को सुधारा जाए. अवैतनिक चौकीदारों की सेवा नियमित कर पूर्ण सरकारी कर्मचारी घोषित की जाए. संघ या महासंघ के पदधारकों के स्थानांतरण पर रोक लगाई जाए. इस धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से अशोक सिंह नयन, रवीश कुमार, शंकर दशोंधी, सोमा गोराई, गौतम सिंह, नरेश राव, रमेश सिंह, अनूप कुमार, सोनी पासवान सहित हजारों की संख्या में शामिल हुए।