L19 DESK : साहेबगंज के अवैध खनन मामले में ईडी के गवाह रहे विजय हांसदा को पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश ने ही गवाही से मुकरने के लिये दबाव बनाया था। ये इल्जाम ईडी ने लगाये हैं। सुप्रीम कोर्ट में प्रेम प्रकाश की जमानत याचिका का विरोध करते हुए
ईडी ने कोर्ट को कई अहम जानकारियां दीं। कोर्ट को बताया कि प्रेम प्रकाश ने साहेबगंज अवैध खनन मामले में ईडी के मुख्य गवाह रहे विजय हांसदा को बयान से मुकरने के लिये सत्ता में बैठे एक शख्स के जरिये 10 लाख रुपये दिलाये। इसके बाद विजय हांसदा न केवल पीएमएलए के स्पेशल कोर्ट में अपने बयान से मुकर गया, बल्कि ईडी अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप लगाने लगा। विजय हांसदा ने ईडी अधिकारियों के खिलाफ झूठे मुकदमे भी दर्ज कराए।
जेल के अलग वार्ड में रहता था प्रेम प्रकाश
इस दौरान ईडी ने कोर्ट को ये भी बताया कि साल 2017 में एक विभागीय सचिव ने प्रेम प्रकाश को बॉडीगार्ड उपलब्ध कराने के लिये तत्कालीन डीजीपी को पत्र लिखा था। फिलहाल वह सीनियर IAS अधिकारी राज्य सरकार में एक अहम ओहदे पर है। अधिकारी के इशारे पर ही प्रेम प्रकाश को जेल में सारी सुख सुविधायें उपलब्ध करायी जा रही हैं। सबूत के तौर पर ईडी ने कोर्ट के सामने एक तस्वीर भी पेश की है। इस तस्वीर के मुताबिक, प्रेम प्रकाश को जेल के एक अलग वार्ड में रखा गया है। उसकी खातिरदारी के लिये 3 कैदियों को भी लगाया गया है।
इस दौरान ईडी ने पिछले दिनों जेल में हुई छापेमारी के समय जब्त सीसीटीवी फुटेज को भी पेश किया। ये फुटेज प्रेम प्रकाश के वार्ड नंबर 11 का है जिसमें दिखाई दे रहा है कि प्रेम प्रकाश घंटों जेल के बाहर के लोगों से न सिर्फ मुलाकात करता है, बल्कि खुलेआम जेल में मोबाइल का भी इस्तेमाल करता
जेल में पीपी के लिये मनचाहे ब्रांड का शराब जूस के बोतल में आता था
ED ने अपने हलफनामे में इस बात का भी जिक्र किया है कि प्रेम प्रकाश को जेल के अंदर एक युवती से मुलाकात करवायी गयी और इस मुलाकात में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के तत्कालीन जेल सुपरीटेंडेंट हामिद अख्तर और जेलर नसीम खान की महत्वपूर्ण भूमिका थी। इस मुलाकात के दौरान वहां तीन और लोग भी मौजूद थे। किसी को इस मुलाकात की भनक न लगे, इसलिए मुलाकात करने आये सभी लोगों ने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी।
जाहिर है कि ईडी को अपने सूत्रों से ये खबर मिली थी कि ईडी अधिकारियों को एससी एसटी के झूठे केस में फंसाने के लिये एक महिला की मदद ली जा रही थी। ईडी ने ये भी बताया कि जेलर और जेल सुपरिटेंडेंट की मदद से प्रेम प्रकाश को मोबाइल, शराब और हर वो सुविधा दी गयी जो जेल मैनुअल के खिलाफ है। प्रेम प्रकाश को उसके मनचाहे ब्रांड की शराब जूस के बोतल में भरकर पहुंचायी जाती थी।
ये था मामला
आपको बता दें कि बीते 3 नवंबर को ईडी ने रांची के होटवार जेल में छापा मारा था। ईडी को ये खबर मिली थी कि कई घोटालों के आरोपी ईडी को झूठे केस में फंसाने की तैयारी कर रहे हैं। इस सिंडिकेट को प्रेम प्रकाश चला रहा है जिसके तहत वह जेल में बंद अपराधियों और उग्रवादियों से ईडी अधिकारियों पर हमले कराने की भी योजना बना रहा था।