रांची : स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि बढ़ती जनसंख्या पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है। जनसंख्या बढ़ोतरी में अशिक्षा, जागरूकता का अभाव के साथ-साथ बेटों की चाह भी महत्वपूर्ण कारण हैं। बन्ना गुप्ता बुधवार को नामकुम स्थित लोक स्वास्थ्य संस्थान में आयोजित मिशन परिवार विकास अभियान सह राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि समाज से दहेज प्रथा का उन्मूलन भी जरूरी है। इस कुप्रथा के कारण लोगों में बेटा पाने की इच्छा बलवती होती है। उन्होने कहा कि समाज में महिलाओं की भूमिका को कम नहीं आंका जा सकता है। बेटियां कल्पना चावला और दीपिका बनकर देश का नाम रोशन कर रही हैं, इसलिए हर पुरूष की भी यह जिम्मेदारी है कि महिलाओं का सम्मान करे और उन्हें आगे बढ़ने के लिए उचित अवसर प्रदान करे। इस वक्तव्य के दौरान उन्होने अपनी कविता ‘‘मानव-मानव से प्यार करे’’ का भी वाचन किया। बढ़ती जनसंख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होने कहा कि जितनी व्यवस्थाएं की जा रही है, दबाव उतना ही बढ़ता जा रहा है। सभी तक संसाधनों के पहुंच और पारिस्थितिकी संतुलन के लिए जनसंख्या नियंत्रण बहुत जरूरी है।स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य सहियाओं के कार्यों की प्रशंसा की और कहा कि सहिया बहनें अल्प प्रोत्साहन राशि में काम कर रही हैं, इस बात के लिए मैं हमेशा चिंतित रहता हुँ। उनके प्रोत्साहन राशि बढ़ाने से संबंधित बातें मैंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से भी की है।
जागरूकता रथ रवाना कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, अभियान निदेशक श्री अबु इमरान, निदेशक प्रमुख श्री चन्द्र किशोर शाही सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों ने मिशन परिवार विकास अभियान से संबंधित जागरूकता रथ सारथी आॅन व्हील को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में राज्य भर में बेहतर प्रदर्शन करने वाले जिला, चिकित्सक और अन्य कर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। इसके पूर्व कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री और अन्य अतिथियों का पारंपरिक रीति-रिवाज से स्वागत किया गया। समारोह में परिवार नियोजन कार्यक्रम के सशक्तीकरण में मेडिकल काॅलेज की भूमिका पर चर्चा भी की गई।
शिक्षा और जागरूकता से होगा जनसंख्या नियंत्रण : अबु इमरान
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखण्ड के अभियान निदेशक श्री अबु इमरान ने कहा कि परिवार नियोजन के लिए जितना जन जागरूकता जरूरी है उतना ही परिवार का शिक्षित होना जरूरी है। उन्होने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों को जानने-समझने की आवश्यकता है। मिशन परिवार विकास कार्यक्रम के शुरूआत से अबतक 11083 पुरूष नसबंदी और 641631 महिला बंध्याकरण किया गया है एवं 708245 महिलाओं को अंतरा का लाभ प्रदान किया गया है। उन्होने बताया कि प्रजनन दर 3 से अधिक होने के कारण झारखंड के 9 जिलों यथा चतरा, पश्चिमी सिंहभूम, गढ़वा, लोहरदगा, पाकुड़, साहेबगंज, दुमका, गोडड्ा और गुमला में मिशन परिवार विकास कार्यक्रम झारखंड में वर्ष 2017-18 में प्रांरभ किया गया था। वर्ष 2022 से यह कार्यक्रम संपूर्ण झारखंड में संचालित किया जा रहा है।
देश को सुखी बनाने के लिए जनसंख्या नियंत्रण जरूरी – निदेशक प्रमुख
निदेशक प्रमुख, स्वास्थ्य सेवाएं, श्री चन्द्र किशोर शाही ने कहा कि सीमित भूभाग में जनसंख्या बढ़ रही है और जमीन सिमटते जा रही है, जिससे इको सिस्टम प्रभावित हो रहा है। देश को सुखी बनाना है तो जनसंख्या पर नियंत्रण जरूरी है।
झारखंडवासी जनसंख्या नियंत्रण के प्रति हैं सचेत – डाॅ पुष्पा
परिवार नियोजन कोषांग की राज्य नोडल पदाधिकारी डाॅ पुष्पा ने कहा कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एन एफ एच एस -3-2005-06) के अनुसार झारखंड का कुल प्रजनन दर 3.3 से घटकर अब 2.3 हो गया है। यह खुशी की बात है कि राज्य के निवासी जनसंख्या वृद्धि के प्रति सचेत और जागरूक है। उन्होने कहा कि परिवार नियोजन की विधियों में नए विकल्पों जैसे अंतरा (गर्भ निरोधक इंजेक्शन) और छाया (साप्ताहिक गोली) के जुड़ने के कारण परिवार नियोजन की उपलब्धि में बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2017-18 में अंतरा की उपलब्धि 2263 थी जो बढ़कर 2023-24 में 243291 हो गई इसी प्रकार छाया गोली 34844 से बढ़कर 2023-24 में 483767 हो गई।
कार्यक्रम में झारखंड ऐड्स कन्ट्रोल सोसाइटी के परियोजना निदेशक पवन कुमार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रशासी पदाधिकारी लक्ष्मी नारायण किशोर, निदेशक औषधि रितु सहाय, स्वास्थ्य विभाग के उपनिदेशक डाॅ आर एन शर्मा, डाॅ लाल मांझी, डाॅ अनिल कुमार, डाॅ प्रदीप कुमार, डाॅ जाॅन एफ कैनेडी, डाॅ कमलेश कुमार, डाॅ रंजीत प्रसाद, डाॅ उमा सिन्हा, डाॅ पंकज कुमार, राज्य कार्यक्रम प्रबंधक अनिमा किस्कु, राज्य कार्यक्रम समन्वयक अकय मिंज, राज्य परिवार नियोजन समन्वयक गुंजन खलखो, आर एच समन्वयक नवल किशोर यादव समेत अन्य नोडल पदाधिकारी, परामर्शी, समन्वयक सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।