L19/Jamshedpur : जमशेदपुर स्थित दयानंद पब्लिक स्कूल में प्रबंधन की ओर से 20 बच्चों को फेल करने का मामला सामने आया है। फेल किये गये 9वीं व 11वीं कक्षा के विद्यार्थी हैं। मामले को लेकर बच्चों के परिजन स्कूल आ पहुंचे और उन्हें अगली कक्षा में प्रोन्नति कराने को लेकर मांग करने लगे। हालांकि, प्रधानाध्यापिका स्वर्णा मिश्रा ने काउंसिल के नियमों का उल्लंघन बताते हुए बच्चों को प्रमोट करने से मना कर दिया। इसके बाद परिजन मामले को लेकर उपायुक्त कार्यालय पहुंचे। वहां से उन्हें जिला शिक्षा कार्यालय जाने को कहा गया। तब परिजनों ने वहां जाकर मामले की लिखित शिकायत दी है।
कक्षा 11 ‘C’ की छात्रा गुरजीत कौर की माता कमलजीत कौर ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी को बचपन से ही इसी स्कूल में पढ़ाया है। 1 महीने पहले स्कूल में इम्तेहान था, जिसमें गुरजीत को फेल कर दिया गया। फिर, स्कूल प्रबंधन ने री-टेस्ट लिया, जिसमें वापस से उनकी बेटी फेल कर दी गयी। उधर, प्रिंसिपल का कहना है कि फेल हुए बच्चों को प्रमोट नहीं किया जा सकता। उन्हें वापस से उसी कक्षा में पढ़ाई करनी होगी।
कमलजीत ने कहा कि बच्चों के फ्युचर की जिम्मेदारी परिजनों के साथ साथ स्कूल की भी होती है। मगर स्कूल प्रबंधन इसे लेकर गंभीरता नहीं बरतता। अब उनकी बेटी को उसी क्लास में वापस से ऐडमिशन लेने को कहा जा रहा है।
मामले को लेकर एक परिजन, रजनी तिवारी उपायुक्त कार्यालय पहुंची। उन्होंने बताया कि उनके बच्चे को काफी मुश्किलों के साथ पढ़ा ई कर रहे हैं। स्कूल प्रबंधन का बच्चों को इस तरह फेल करना बहुत गलत है। बच्चों को अगली कक्षा में प्रोन्नति मिलनी चाहिए।
उधर, स्कूल की प्रिंसिपल स्वर्णा मिश्रा ने बताया कि 9वीं और 11वीं कक्षा में से 40 बच्चे परीक्षा फेल थे। सभी को 35% से कम अंक मिले थे। इनके लिए रि-टेस्ट लिया गया, जिसमें करीब 20 बच्चे पास हुए थे। इन 20 बच्चों को काउंसिल के नियमानुसार, अगली कक्षा में प्रोन्नति दी जायेगी। हालांकि, फेल किए बच्चों प्रमोशन नहीं दिया गया। इसे लेकर परिजन स्कूल आ पहुंचे और बच्चों की प्रोन्नति की की मांग करने लगे। उन्होंने बताया कि काउंसिल के नियमानुसार फेल हुए बच्चों को रि-टेस्ट में पास करने के बाद ही प्रमोशन दिया जा सकता है।
इससे पूर्व, जमशेदपुर स्थित टैगोर सोसाइटी हाई स्कूल के बच्चों को टीसी देने का मामला आया था।