L19/RANCHI : रांची सिविल कोर्ट के वकील विनय कुमार के अकाउंट से ठगी का बड़ा मामला सामने आया है साइबर अपराधियों के द्वारा उनके अकाउंट से करीब 10 लाख रुपए की अवैध रूप से निकाल ली गई। इस धोखाधड़ी को लेकर साइबर क्राइम थाना में आवेदन दिया है। विनय कुमार रांची के अरगोड़ा बायपास पूर्णिमा हाउस के रहनेवाले हैं। साइबर थाना में दिए गए आवेदन के अनुसार, 21 जून को अधिवक्ता के बेटे प्रतीक आनंद के दोस्त सुभांग मिश्रा से पूछताछ के दौरान पता चला की उन्होंने पुराने पुस्तक खरीदने के लिए ओएलएक्स ऐप का सहारा लिया था।
जिसके बाद ओएलएक्स ऐप से सुभांग मिश्रा के मोबाइल पर फोन आया। और उन्होंने कॉल पर सुभांग से अकाउंट नंबर की मांग की, लेकिन सुभांग का अपना अकाउंट ही नहीं था। तो सुभांग ने अपने दोस्त और अधिवक्ता के पुत्र प्रतीक आनंद से अकाउंट नंबर लेकर ओएलएक्स से कॉल करने वाले को दे दिया। ठग ने क्यूआर कोड भेजा और कहा कि इसमे पांच हजार रुपए भेज दो पुस्तक भेज देंगे।
अधिवक्ता के पुत्र प्रतीक आनंद का केनरा बैंक में अकाउंट है ठग उसे अपने बातों में उलझाकर बार बार प्रतीक आनंद को कोड भेजता रहा और अकाउंट से ठग ने लगभग 18 हजार रुपये अकाउंट से निकाल लिए। फिर बीच बीच में प्रतीक आनंद को ठग ने अपनी बातों की जाल में फंसाया और कहा कि उससे उसका इंडियन बैंक का अकाउंट नंबर लिया था। ठगों ने बड़ी मात्रा में अकाउंट से 9 लाख 46 हजार रुपए की निकाल लिए। बाद में उनको ठगी का एहसास हुआ। अधिवक्ता विनय कुमार ने कहा कि वो अपने बेटे की मेडिकल की पढ़ाई के लिए उन रुपए को जमा करके रखे थे।