L19/Pakud : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि अगर मैंने कुछ गलत किया है, तो मुझे बांधकर ले जाया जाये। फांसी की सजा दे दी जाये। ऐसा करके दिखाओ, किसने रोका है। तुम्हारी गीदड़भभकी हमारे पूर्वजों ने सुनी है, और हम भी सुन रहे हैं। समय आने पर सरकार और राज्य की जनता जवाब देगी।
गौरतलब है, मुख्यमंत्री सोरेन पाकुड़ बाजार समिति मैदान में आय़ोजित आपकी योजना, आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में बोल रहे थे, जहां उन्होंने विरोधी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार और केंद्र सरकार ने जनता को केवल रुलाने का काम किया है। जनता के आंसू पोंछने की जगह उन पर कोड़े बरसाये गये हैं। लेकिन उनकी सरकार जनता के आंसू भी पोंछती है, और सुख दुख में साथ भी रहती है। सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का मॉडल कई राज्यों में अपनाया गया है। यह गेम चेंजर साबित हो रहा है।
सीएम सोरेन ने कहा कि हमने चुनाव के समय कहा था कि लोगों को पहले के आवास की तरह छोटा नहीं, बल्कि सम्मानजनक जिंदगी लिये तीन कमरों का आवास देंगे। अबुआ आवास योजना के तहत हम उसी वादे को पूरा करने की ओर अग्रसर हैं। हम जो कहते हैं, वो करते भी हैं।
सभी रूरतमंद लोगों को आवास का अधिकार मिलेगा। इससे पहले केंद्र सरकार के सामने पीएम आवास का आवंटन के लिए रोये-गिड़गिड़ाए लेकिन केंद्र सरकार ने आवंटन नहीं दिया। इसके बाद राज्य सरकार ने आठ लाख अबुआ आवास उपलब्ध कराने का फैसला लिया और करीब 17 हजार करोड़ मंजूर किया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभा को संबोधित करने के दौरान कहा कि झारखंड के हक-अधिकारों की मांग उठाने के लिए विपक्ष के लोग बोलते हैं तो इनके मुंह में ताला लग जाता है। 14 दिनों से हमारे श्रमिक भाई उत्तराखंड में कड़ाके की ठंड में सुरंग में फंसे हुए हैं। ऐसा ही मंजर और असंवेदनशीलता हमने लॉकडाउन और नोटबन्दी में भी देखा। यह पहले 2000 रुपये का नोट लाए फिर उसे बंद किया। लगता है यह इन्होंने सिर्फ अपने पूंजीपतियों के लिए ही किया।