L19 / Ranchi : रांचीवसियों एवं पेयजल स्वच्छता विभाग की बढ़ी चिंता अगर 7 दिनों में बारिश नहीं हुई तो रांची राजधानी में हो सकती है, भारी जल सकंट क्यूंकि रुक्का प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता के अनुसार सात दिनों तक ही पानी पूर्ति कि जा सकती है। इस डेम मे मात्र 3.5 फीट पीने योग्य पानी बचा है। अगर 15 जून तक वर्षा नहीं होती है तो जल संकट से लोग त्रहिम हो सकते है। अभियंता ने बताया की इस बार डेम में मात्र 16 फिट 3 इंच पानी बचा है, पिछले साल 2022 में डेम का जलस्तर इस जून महीने में 18 फिट 1 इंच तक था। साल 2022 की तुलना में इस वर्ष 2023 में अधिक मात्र में पानी की खपत हुई है जिस कारण पहले महीने 3.7 फिट तो दूसरे महीने में 12.5 फिट पानी का स्तर कम हो गया है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष 2023 में झारखंड में मानसून 15 जून तक प्रवेश कर सकता है।
भीषण गर्मी और लगातार बड़ते तापमान के कारण जलस्त्रोतों से वाष्पीकरण प्रकिरीय तेजी से हो रही जिस कारण बाकी डेम के पानी भी लगातार सूखते जा रहे हैं और जलस्तर में कमी हो रही हैं।
पानी तेजी से सूखने का मुख्य कारण यह भी है कि,
- डेम में जिन छोटे जलस्त्रोतों से पानी आता था उन छोटे जलस्त्रोतों को बंद कर दिया गया, कही घर बना तो कही अन्य कारणों से।
- पेड़ों की अत्यधिक कटाई होने से, क्यूंकि जब तक पेड़ों की संख्या थी वो मानसून को अपनी ओर खिचती थी।
- जलस्रोतों से मिट्टी व गाद का सही रूप से साफ सफाई नहीं होना, जिस कारण भूमि जलस्तर के छोटे छिद्र बंद हो जाते है, वजह ये होता है कि न तो भूमि का पानी ऊपर आ पाता है न ही ऊपर का पानी भूमि जलस्तर पर जा पाता है।