L19 DESK : आइएएस अफसर डॉ नितीन मदन कुलकर्णी के बारे में अधिकतर लोग यही जानते हैं कि वे एक इमानदार छवि के अफसर हैं। इनकी रिपोर्ट पर ही रांची में सेना के कब्जेवाली भूमि की अवैध खरीद बिक्री, पुनदाग में जमीन घोटाले समेत कई फरजी घोटाले सामने आये और घोटालेबाज अभी इडी यानी प्रवर्तन निदेशालय की गिरफ्त में हैं। उन्होंने अपने डॉक्टरी के पेशे से विमान में छह माह के बच्चे का इलाज कर एक नयी पहचान से लोगों को रूबरू कराया।
दरअसल रांची से दिल्ली के लिए शनिवार को उड़ान भरनेवाली इंडिगो फ्लाइट में अचानक छह माह के बच्चे की सांसें अटकने लगी। यह देख बच्चे के माता-पिता घबरा गए। इंडिगो की फ्लाई 6ई-5043 उस समय 30 हजार फीट की ऊंचाई पर थी। इसी वक्त वक्त मासूम बच्चे को सांस लेने में तकलीफ होने लगी। विमान के क्रू-मेंबर ने अनाउंस करते हुए बताया कि फ्लाइट एक 6 माह के बच्चे की तबीयत बिगड़ने लगी है अगर कोई डॉक्टर इस वक्त फ्लाइट में मौजूद है तो कृपया मदद करे।
इंडिगो की फ्लाइट शनिवार को रांची से दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी। फ्लाइट में राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी भी सफर कर रहे थे। जब क्रू-मेंबर के अनाउंस किया कि 6 माह के बच्चे की तबीयत बिगड़ रही है तो उन्होंने बच्चे के पास जाकर उसका प्राथमिक इलाज किया और उसकी जान बचाई।
क्रू मेंबर के एनाउंसमेंट के बाद बच्चे के पास पहुंचकर डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने जांच में पाया कि बच्चे को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। इसपर उन्होंने बच्चे की मां से कुछ बात की और बच्चे की मां से कुछ दवाईयां देने को कहा डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने इसके बाद बच्चे का इलाज फ्लाइट में ही मौजूद ऑक्सीजन की मदद से किया, जिससे कुछ देर के बाद बच्चे की सांसे सामान्य हो गयीं। परिजनों ने बताया कि वे झारखंड के हजारीबाग जिला के रहने वाले है और वे बच्चे की सांस की बीमारी को लेकर इलाज के लिए दिल्ली जा रहे थे।