L19 DESK : मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है. दरअसल, पिछले कई महीनों से चल रहे योजना के लाभुकों के सत्यापन पर अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बड़ा बयान दिया है. सीएम बुधवार को अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण, कृषि ग्रामीण विकास और गृह विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों का जो सत्यापन का काम चल रहा है उसमें तेजी लाए और 15 दिन के अंदर सभी लाभुकों का सत्यापन पूरा कर लें.
आपको बता दें कि मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों में मिली कई तरह की गड़बड़ियों के बाद सरकार ने सत्यापन कराने का फैसला लिया था. हालांकि, सत्यापन की प्रक्रिया अब लगभग अपने अंतिम चरण में है. कई जिलों में सत्यापन की प्रक्रिया पूरी भी कर ली गई है. वहीं, कई जिलों में प्रकिया अपने अंतिम चरण में है. ऐसे में 9 अप्रैल को हुए बैठक में हेमंत सोरेन ने इसे 15 दिन के अंदर खत्म करने की बात कही है. इसके अलावा कुछ दिन पहले ही सरकार ने मंईयां योजना के लाभुकों के सत्यापन के लिए राशन कार्ड से पहचान करने की बात कही थी. इसके अलावा बैंक खाते से आधार कार्ड का लिंक होना, नाम में कोई बदलाव नहीं होना जैसे कई निर्देश सरकार की ओर से जारी हो चुकी है.
बहरहाल, मंईयां सम्मान योजना सरकार की सबसे महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है. इसके पीछे की अपनी एक वजह है. दरअसल, पिछले साल हुए झारखंड विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हेमंत सोरेन की सरकार ने मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का शुभांरभ किया था. शुरुआत में इस योजना के तहत 18 से 50 साल की महिलाओं को 1000 रुपए दिए गए. लेकिन चुनावी घोषणा पत्र में इंडिया गठबंधन ने इसे 1000 से बढ़ाकर 2500 करने का वादा किया. और माना यही जाता है कि हेमंत सोरेन के लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने में इसी योजना का सबसे बड़ा योगदान है.
सरकार भी शायद जीत की यही वजह मानती होगी इसलिए उन्होंने भी सरकार बनते ही इसे 1000 से बढ़ाकर अपने किए वादे के अनुसार 2500 रुपए कर दिया लेकिन इसके बाद तरह-तरह की शिकायते आनी लगी. पुरुषों के खाते में पैसे जाने से लेकर एक ही खाते में 5-6 लोगों के पैसे आने तक. इसके अलावा राज्य के बाहर भी लाभुकों के होने की बात सामने आने लगी तब जाकर सरकार ने कुछ बदलाव किए और अब सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है. हालांकि, सरकार ने ज्यादातर लाभुक महिलाओं को मार्च तक की सम्मान राशि उनके खाते में डाल दिया है. लगभग 36 लाख महिलाओं को होली से पहले 75 सौ रुपए तीन महीने के भेजे गए थे. वहीं, 18 लाख के करीब महिला लाभुकों को पिछले 2-3 दिन पहले से राशि दी जा रही है. अब देखना होगा कि जब 15 दिन के बाद सत्यापन की प्रक्रिया पूरी तरह से खत्म हो जाएगी तब कितने लाभुकों के नाम सूची से काटे जाते हैं.