L19 DESK : राजधानी दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण के लिए लाये गये केंद्रीय अध्यादेश का विरोध और विपक्ष को एकजुट करने के उद्देश्य से दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत विपक्ष को एकजुट करने गुरुवार को रांची पहुंचे। इस दौरान सीएम हेमंत ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. कहा कि केंद्र सरकार देश में चुनी हुई सरकार को काम करना नहीं देना चाहती हैं । इसका मतलब सीधे जनता पर प्रहार करना होता है। आगामी लोकसभा चुनाव में देश की जनता बीजेपी को जरूर सबक सिखाएगी।
सीएम हेमंत ने कहा कि केंद्र सरकार की हर वक्त कोशिश रहती है कि गैर-भाजपा शासित राज्य के सरकारों को परेशान करे। केंद्र सरकार संघीय ढांचे की बात जरूर करती है, लेकिन काम इसके उलट होता है। जिस तरह से केंद्र सरकार काम कर रही है यह सही नहीं है। लोकतंत्र में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और संसद सब ज्यादा जनता के प्रतिनिधि हैं। जनता सर्वपरि है। 28 मई, 2023 को लोकसभा का उद्घाटन किया गया, लेकिन उस लोकसभा के पास में कई ऐसी घटना घटी जो देश को शर्मिंदा करने जैसी थी. कहा कि किसी चुनी हुई सरकार को काम नहीं करने देने का मतलब होता है सीधे जनता पर प्रहार करना।
मुख्यमंत्री ने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान ने सीएम हेमंत सोरेन से मिलकर शुक्रिया अदा किया हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन के साथ सकारात्मक चर्चा हुई। कहा कि कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया और कहा कि जनता जो सरकार चुनती है उसे काम करने का पूरा हक मिलना चाहिए।
जाने मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने क्या कहा ?
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार संविधान से छेड़छाड़ कर रही है। दिल्ली सरकार को काम नहीं करने दे रही। सुप्रीम कोर्ट ने जो शक्तियां दिल्ली की चुनी हुई सरकार को दी थी, भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने वो सारी शक्तियां वापस लेने के लिए एक अध्यादेश पारित किया है। इस अध्यादेश को मानसून सत्र में संसद में पेश किया जायेगा। इस अध्यादेश को हराने के लिए सभी विपक्षी दलों को एकजुट होना होगा।
लोकसभा में भाजपा बहुमत में है, लेकिन, राज्यसभा में अगर सभी विपक्षी दल एकजुट हो जायें, तो इस अध्यादेश को हराया जा सकता है। अरविंद केजरीवाल ने हेमंत सोरेन को अपना भाई बताते हुए कहा कि उनसे महत्वपूर्ण विषयों पर समय-समय पर चर्चा होती रहती है। अरविंद केजरीवाल ने केंद्र के अध्यादेश को दिल्ली के लोगों के साथ अन्याय बताया। कहा कि केंद्र सरकार ने जो किया, वह दिल्ली की जनता का अपमान है। रात के अंधेरे में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट दियाअरविंद केजरीवाल ने कहा कि मोदी सरकार ने दिल्ली के लोगों के जनतांत्रिक हक छीन लिये।
मोदी सरकार ने हमसे बहुत-सी शक्तियां छीन ली थी। 11 मई 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली की चुनी हुई सरकार को वो सारी शक्तियां लौटा दीं, लेकिन, 19 मई को रात के अंधेरे में एक अध्यादेश जारी करके मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलट दिया। जो दिल्ली के साथ हुआ, झारखंड के साथ भी हो सकता हैश्री केजरीवाल ने कहा, ‘उन्होंने (मोदी सरकार ने) कहा कि दिल्ली सरकारको हम काम नहीं करने देंगे। आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो ने आगे कहा कि दिल्ली के लोगों को जनतंत्र से बेदखल कर दिया गया। इसके खिलाप हम सबको मिलकर लड़ना होगा. केजरीवाल ने कहा कि आज दिल्ली के साथ जो हुआ है, कल झारखंड के साथ भी हो सकता है। अन्य राज्यों के साथ भी हो सकता है. इसलिए इस अध्यादेश का डटकर विरोध करना होगा।