L19 DESK : विश्वविद्यालय प्रबंधन की लापरवाही के कारण मांडर कॉलेज में पढ़ने वाले भूगोल ऑनर्स के सत्र 2020 – 23 के 54 छात्रों का भविष्य अधर मैं लटक गया है। अपनी समस्या को लेकर सारे छात्र कभी विश्वविद्यालय परिसर तो कभी कॉलेज परिसर का चक्कर काट रहे हैं। पर इन्हें केवल आश्वासन दिया जा रहा है। जानकारी के अनुसार मांडर कॉलेज के भूगोल ऑनर्स के 54 विद्यार्थी सेमेस्टर 5 की परीक्षा के पहले प्रोजेक्ट वर्क के तहत इसी साल मार्च महीने में शैक्षणिक भ्रमण के लिए मनाली गए थे। मामला यह है कि जिस समय विद्यार्थी यहां से टूर पर जाने वाले थे। ठीक उसी समय उनके सेमेस्टर 5 की परीक्षा का रूटीन जारी कर दी गई, लेकिन बच्चों का टिकट बुक हो चुका था, इसलिए जाने से पूर्व विभाग के एचओडी जयप्रकाश रजक द्वारा इसकी सूचना विश्वविद्यालय प्रबंधन को देकर टूर की अनुमति ली गई।
जाने की अनुमति देते हुए विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा इन विद्यार्थियों के एक पेपर (सीसी 11 ) की विशेष परीक्षा बाद में लेने की बात कही गई। जिसके बाद बच्चे टूर पर चले गए। टूर से वापस आने के बाद विद्यार्थियों ने उस पेपर की परीक्षा भी लिखी पर उसका रिजल्ट जारी नहीं किया गया। बताया जाता है कि अभीतक उस विशेष परीक्षा की कॉपी ही नहीं जांची गई है, जिसके कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। इसी बीच इन सारे विद्यार्थियों का सेमेस्टर 6 का भी परीक्षा परिणाम में आ गया। एक विषय का नंबर नहीं जुड़ने के कारण इन सभी का बाद फाइनल रिजल्ट अभी टाई पेंडिंग है।
हालांकि सोमवार को जब विद्यार्थियों का एनएसयूआई प्रतिनिधि मंडल जिला अध्यक्ष अमन अहमद और कॉलेज अध्यक्ष प्रीतम उराँव, मांडर ब्लॉक एनएसयूआई अध्यक्ष अबुराफे, अतीक आलम, उपाध्याय तोसिक, सचिव अनीस मिडिया प्रभारी अमन शहजाद और भुगोल विभाग में सेमेस्टर पांच के सीसी 11 परीक्षा में फेल हो गए हैं 54 विद्यार्थियों में विद्यार्थी इस प्रकार हैं अंजू गोस्वामी सपना कुमारी प्रदीप ओरांव, नेहा कुमारी शाहीन परवीन आदि छात्र और छत्रें रांची विश्वविद्यालय रांची में मौजुद थे आरयू के परीक्षा नियंत्रक से मुलाकात किया तो उन्हें 10 दिनों तक सुधारने का अशवासन दीया गया है और वही भूगोल विभहाग के छात्र छात्रओ ने कहा की अगर 10 दीनौ तक रिजल्ट नहीं सुधारा जाता तो कॉलेज गेट जाम कर दीया जायेगा स्नातक के फाइनल रिजल्ट आने के बाद रांची विश्वविद्यालय रांची द्वारा एमए नामांकन के लिए ऑनलाइन पोर्टल खोला गया था।
जहां विद्यार्थियों को अपनी मनपसंद कॉलेज का चयन करना था। समय सीमा समाप्त हो जाने के बाद पोर्टल बंद कर दिया गया है। ऐसे में विद्यार्थियों के सामने यह समस्या खड़ी हुई है कि अब वह आगे की पढ़ाई कहां से जारी रखेंगे। हालांकि कालेज प्रबंधन द्वारा उन्हें सांत्वना दी गई है की विश्वविद्यालय प्रबंधन आग्रह कर एक बार फिर से नामांकन हेतु ऑनलाइन पोर्टल को खुलवाया जाएगा। इस संबंध में पूछे जाने पर भूगोल के विभागाध्यक्ष जयप्रकाश रजक ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रबंधन से बात हुई है शीघ्र ही विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम सुधार दिया जाएगा जबकि आरयू के परीक्षा नियंत्रक आशीष झा को बार बार फोन करने पर भी उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।