L19 DESK : झारखंड में नगर निकाय चुनाव में ओबीसी वर्ग के आरक्षण के लिए अब मोबाइल फोन से ही लोगों की जाति पूछी जा रही है. अब बताइये कैसे मिलेगा ओबीसी वर्ग की जनसंख्या का सही आंकड़ा? दरअसल, ये आरोप है राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा का, जिसने ट्रिपल टेस्ट की प्रक्रिया को लेकर आपत्ति व्यक्त की है.
मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता का कहना है कि शहरी नगर निकाय के चुनाव में ट्रिपल टेस्ट के लिए सर्वे करने वाले कर्मी घर-घर जाकर सर्वेक्षण करने की बजाय फोन पर ही लोगों से उनकी जाति पूछ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोर्ट के आदेश के अनुसार, ट्रिपल टेस्ट केवल ओबीसी वर्ग का किया जाना है, लेकिन जो प्रारूप माध्यम से सर्वे किया जा रहा है, उसमें अन्य जातियों को भी शामिल किया जा रहा है.
बता दें कि हाई कोर्ट के निर्देश पर झारखंड में नगर निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण के लिए ट्रिपल टेस्ट कराए जा रहे है., सिमडेगा और गुमला जिले में सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है, जबकि अन्य जिलों में सर्वेक्षण का काम जारी है.