L19/DESK : 23 मार्च गुरुवार को विधानसभा की कार्रवाई के दौरान रांची विधायक सीपी सिंह और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के बीच जमकर बहस हुई। विधायक सीपी सिंह ने कहा कि बन्ना गुप्ता को मालूम ही नहीं है कि वह मंत्री हैं, वह विधायक की तरह जवाब दे रहे हैं। वहीं बन्ना गुप्ता ने कहा कि आज ही जाकर सीखने के लिए सीपी सिंह से ट्यूशन लूंगा। मामला, जमशेदपुर की पूर्व चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रेणुका चौधरी द्वारा फर्जी तरीके से वेतन निकासी किए जाने से जुड़ा था।
सीपी सिंह और बन्ना गुप्ता में जमकर हुई बहस
विधानसभा सदन में बन्ना गुप्ता ने कहा कि सीपी सिंह के सवाल पर अधिकारियों ने जो जवाब दिया है वह सही नहीं है। सही जानकारी नहीं दी गई है। जिस भी अधिकारी ने गलत जवाब तैयार किया है। सदन को या मुझे गुमराह करने का प्रयास किया है, यदि मेरे अधिकार क्षेत्र में होगा तो मैं संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित करूंगा।
प्रदीप यादव ने कहा कि यदि अधिकारी ने गलत जवाब दिया है तो मंत्रीजी को फाइल पर हस्ताक्षर करने के पहले देखना चाहिए था। जवाब में बन्ना गुप्ता ने कहा कि आप 4 बार से विधायक हैं। मंत्री रह चुके हैं। ऐसा होता है। आप ही ज्यादा विद्वान नहीं हैं। बाल की खाल मत निकालिए। उन्होंने कहा कि फर्जी तरीके से वेतन निकासी मामले में हाईकोर्ट में मामला विचाराधीन है।
सीपी सिंह के आरोपों पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि मुझे क्या और कैसे जवाब देना है, क्या इसके लिए सीपी सिंह जी से ट्यूशन लेना होगा। सीपी सिंह ने प्रश्न पूछते हुए कहा कि यदि डॉ. रेणुका चौधरी ने वेतन की फर्जी निकासी की तो कार्रवाई होनी चाहिए।
प्रदीप यादव ने स्वास्थ्य मंत्री से कहा कि यदि अदालत में मामला विचाराधीन है तो आपको जवाब में इसका जिक्र करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि एक ही सवाल में स्वास्थ्य विभाग दो भागों में बंटा है। प्रदीप यादव ने इस मामले में विधानसभा की कमिटी बनाने की मांग की।