L19/Ramgarh : भदानीनगर के चिकोर गाँव से शनिवार को नाबालिग बच्ची खुशी कुमारी की मौत हो गयी है। सोमवार की सुबह यह मामला गरमा गया। रविवार को खुशी के भाई यशवंत कुमार महतो ने अपने पिता सुनील कुमार महतो और सौतेली मां पूनम देवी पर अपनी बहन की हत्या का आरोप लगाया। यशवंत ने भदानीनगर ओपी में आवेदन दिया था। जिसपर रामगढ़ पुलिस अपनी जाँच के बाद माता-पिता को हिरासत में ले लिया गया।
सोमवार की सुबह यशवंत के साथ उसके गांव के सौ से भी अधिक लोगों ने ओपी का घेराव कर दोनों को जेल भेजने की मांग की। लगभग तीन घंटे तक घेराव करने के बाद मौके पर एसडीपीओ वीरेंद्र चौधरी पहुंचे। उन्होंने यशवंत के आवेदन और गाँव वालों की बयान के आधार पर दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।यशवंत ने बताया, खुशी की हत्या का एक कारण यह है कि बैंक में खुशी के नाम से छह लाख का एफडी है, जो मार्च महीने में पूरा होने वाला था। इस एफडी के नॉमिनी पिता सुनील थे। यह एफडी खुशी के दादा सीसीएलकर्मी चेतलाल महतो ने उसकी शादी के लिए कराया था।
यशवंत का आरोप है कि इसी पैसे को लेकर पिता व सौतेली मां बार-बार खुशी को प्रताड़ित किया करते थे। वे चाहते थे खुशी अपनी मर्जी से सारा पैसा उन्हें दे दे, लेकिन खुशी इसके लिए तैयार नहीं थी। जिसके बाद सुनियोजित तरीके से उसे मार डाला गया, ताकि उसके मरने के बाद पैसा उसके नॉमिनी पिता सुनील को पूरा पैसा मिल सके। खुशी पीटीपीएस कॉलेज में इंटर की छात्रा थी। एसडीपीओ ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने पर हत्या या आत्महत्या का पता चल सकेगा। ओपी का घेराव करने गए लोगों में दिलीप दांगी, कृष्णा प्रसाद कुशवाहा, सागर दांगी, ननका महतो, दुर्गा महतो, इंद्रदेव महतो, गंगाधर कुशवाहा, आलम, सूरज कुमार, फूलेश्वर महतो, देवकी महतो, रंजीत महतो, जितेंद्र कुमार, सावित्री देवी, पूनम देवी, चमनी देवी, सरिता देवी, सुनीता देवी, मीना देवी, रूबी देवी, चंपा देवी आदि शामिल थे।