l19/DESK : आधुनिक युग में शिक्षा इतनी विकसित हो गई है कि इंसान चांद का सफर कर रहे हैं वहीं सरकार शिक्षा के क्षेत्र में करोड़ों रुपया सालाना खर्च करती है लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में सुधार का दावा करने वाली सरकार और प्रशासन का दावा उस समय खोखला साबित हो जाता है जब इस डिजिटल युग में बच्चे बांस की छपरी के नीचे पढ़ने को मजबूर हैं। जी हां सुनने में थोड़ा अटपटा लग रहा है लेकिन यह बिल्कुल सच है।
दरअसल बात लातेहार जिले के महुवदंडा प्रखंड स्थित और ओरसा पंचायत के अंबा कोना मध्य विद्यालय की है जहां के बच्चे जर्जर भवन के कारण बांस के बने छापरी के नीचे पढ़ने को मजबूर है। बाते दें इस विद्यालय में करीब 30 छात्र छात्राएं पढ़ाई करते हैं साथ ही यहां तीन टीचर हैं लेकिन दुर्भाग्य इस स्कूल में बरसात के दिनों में पानी बरसने के कारण बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।