L19 DESK : इस साल जून 2023 तक पुलिस के साथ हुए 16 मुठभेड़ में अलग अलग नक्सली संगठन के नौ नक्सली मारे जा चुके है। इसे को लेकर झारखंड डीजीपी अजय कुमार सिंह ने कहा की उग्रवादी गाथिविधियों को रोकना हमारा एक अहम लक्ष्य है। उन्होंने बताया की मुठभेड़ मे अबतक मारे गए भाकपा (माओ) नक्सली संगठन के इनामी नक्सली सैक सदस्य गौतम पासवान, सैक सदस्य अजीत उरांव, सबजोनल कमांडर अमर गंझू, सबजोनल कमांडर अजय यादव, सबजोनल कमांडर लाजिम अंसारी जैसे दुर्दांन्त नक्सली हैं।
डीजीपी अजय सिंह ने कहा है कि झारखंड पुलिस अपने खुफिया तंत्र से मिली जानकारी के आधार पर फुलप्रूफ योजना बनाकर अभियान चला रही है। अभियानों के कारण कई कुख्यात और दुर्दांत नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। कई नक्सलियों को मुठभेड़ में ढेर भी किया गया है। कई सफल मुठभेड़ और उग्रवादियों के आत्मसमर्पण के फलस्वरूप आज हम यह कह सकते हैं कि राज्य में नक्सलियों के प्रभाव क्षेत्र अब नगण्य हो चुके हैं।
आत्मसमर्पित नक्सलियों को मुख्य धारा से जोड़ने की कोशिश
उन्होंने कहा कि राज्य के दूर-दराज इलाकों और ग्रामीण क्षेत्रों में झारखंड पुलिस को मिल रही लगातार सफलताओं से डरकर और राज्य सरकार की आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर कई नक्सलियों ने न सिर्फ आत्मसमर्पण किया है, बल्कि कई नक्सली मुख्यधारा से जुड़ने को आतुर भी हैं। नक्सल विरोधी अभियान के अतिरिक्त नक्सलियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का लगातार प्रयास भी राज्य सरकार कर रही है।
डीजीपी के मुताबिक, आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत इस साल अबतक कुल 267 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण के बाद नक्सलियों को ओपन जेल में रखा जा रहा है। नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बाद सरकार की तरफ से दिये जाने वाले लाभ और सुविधा नक्सलियों के बीच वितरित भी किया जा चुका है। वामपंथी उग्रवादी संगठनों के विरुद्ध सुरक्षा बलों द्वारा लगातार चलाये जा रहे अभियान में झारखंड को अप्रत्याशित सफलता प्राप्त हुई है। नक्सली अभियान के क्रम में इस वर्ष 236 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है।
जिनमें सैक सदस्य एक, रिजनल कमिटी सदस्य एक, जोनल कमांडर चार, सबजोनल कमांडर पांच एवं एरिया कमांडर स्तर के छह हार्डकोर नक्सली शामिल हैं, जिससे इन उग्रवादी संगठनों को काफी क्षति हुई है। इसके साथ ही पुलिस ने रेगुलर हथियार 10, देसी हथियार 75, कारतूस 9162, आईईडी 92, पुलिस हथियार 20 और 8.42 लाख लेवी राशि की बरामद की गई है।