L19/E. Singhbhum : पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया में झूलते हाई वोल्टेज के तार हाथियों के मौत का कारण बन रहे हैं। ये तार कम ऊंचाईयों पर होने के कारण हाथी इनकी चपेट में आ जाते हैं, जिससे तत्काल ही उनकी दर्दनाक मौत हो जा रही है।पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया में करंट से दो दिनों में दो मादा हाथियों की मौत हो गयी। इसे लेकर विद्युत विभाग ने अपना बचाव किया है। विभाग के कार्यपालक अभियंता राज किशोर ने कहा कि मादा हाथी की मौत एलीफेंट कॉरिडोर में नहीं हुई है। हाई वोल्टेज तार की ऊंचाई 12 से 15 फीट होनी चाहिए। एलटी, 11 हजार, 33 हजार सबकी ऊंचाई अलग-अलग होती है।
विभाग द्वारा वन विभाग से एलीफेंट कॉरिडोर की सूची मांगी गयी थी उससे वरीय अधिकारी को अवगत कराया जा चुका है। ग्रामीण क्षेत्र में तार को ज्यादा ऊंचा करना भी संभव नहीं है। पिछले कई सप्ताह से 35 से 40 जंगली हाथियों के साथ ये हादसा हुआ है। इससे पहले भी करंट से हाथियों की जान जा चुकी है।
हालांकि, इसे लेकर अभी कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं कहा जा सकता है। वन विभाग भी इन मौतों को लेकर केवल संभावनाएं ही जता रहा है। वन विभाग ने आशंका जताई है कि हाई वोल्टेज बिजली के तार नीचे होने के कारण हाथी तार की चपेट में आ जा रहे हैं। ऐसे में हाथियों की मौत के लिए बिजली विभाग की लापरवाही मानी जा रही है। इसे लेकर वन विभाग बिजली विभग के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर पहल करेगा।
इधर, डीएफओ ममता प्रियदर्शी ने आशंका जताते हुए कहा कि दोनों मादा हाथियों की मौत हाई वोल्टेज तार की चपेट में आकर जख्मी होने से हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति साफ होगी। हाथी प्रभावित इलाके में जहां बिजली के तार नीचे हो गये हैं, वहां तार को 8 मीटर से ऊंचा किया जाएगा।