L19/Ranchi : दुर्गा पूजा का आगाज़ हो चुका है। राज्यभर में धूमधाम से मां दुर्गा की पूजा अराधना की जा रही है। इसी बीच बिजली दुविधा खड़ी कर सकती है। बताया जा रहा है कि राज्य में दुर्गा पूजा के दौरान बिजली संकट उत्पन्न हो सकती है। इसका कारण पावर प्लांटों को मांग के अनुसार कोयला न मिल पाना बताया जा रहा है। डीवीसी का 500 मेगावाट का बोकारो थर्मल पावर प्लांट बंद है। एनटीपीसी का नॉर्थ कर्णपुरा प्लांट भी मंगलवार को ठप हो गया है। इससे 660 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है, और राज्य में 170 मेगावाट बिजली सप्लाई होता है।
यहां बॉयलर में लिकेज आ गया है। इसके मेंटेनेंस में 3 दिनों का समय लग सकता है। ऐसे में डीवीसी किसी तरह कमांड एरिया में 500-600 मेगावाट बिजली सप्लाई कर रहा है। बताया जाता है कि डीवीसी को भी हर दिन 25 रैक कोयले की जरूरत है। जबकि 12 से 15 रैक कोयला ही उपलब्ध हो पा रहा है। मगर ये स्टॉक 4 दिनों का ही है। यानि, कोयले की आपूर्ति अगर नहीं होती है, तो दुर्गा पूजा के दौरान बिजली बाधा डाल सकती है।
कुछ ऐसा ही हाल तेनुघाट का भी है। तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन में कोयले का स्टॉक मात्र एक दिन का बचा है। यहां प्रतिदिन दो रैक कोयले की जरूरत है, जबकि सीसीएल 15 दिन में एक रैक कोयले की आपूर्ति कर रहा है। मंगलवार को मांग के बावजूद भी सीसीएल ने कोयला प्रदान नहीं किया। इसे संबंध में प्रबंधन का कहना है कि सीसीएल सबको कोयला दे रहा है, टीटीपीएस को नहीं। इसे लेकर सीसीएल प्रबंधन को पत्र लिखा जा रहा है कि दुर्गा पूजा, दीपावली, छठ को देखते हुए दो रैक कोयले की आपूर्ति की जाये।
कोयले की कम आपूर्ति के पीछे सीसीएल का तेनुघाट पर 1400 करोड़ का बताया जा रहा है, जिसके वजह से कोयले की आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हो रही है। तेनुघाट की दोनों यूनिट से अभी 320 मेगावाट उत्पादन हो रहा है। टीवीएनएल के एमडी अनिल शर्मा ने बताया कि कई बार सीसीएल को पत्र लिखा गया है। अगर कोयला आपूर्ति की यही स्थिति रही, तो बुधवार एक यूनिट बंद करनी पड़ सकती है।