
L19 DESK : सेना की जमीन घोटाला मामले में ईडी ने जांच की रफ्तार बढ़ा ली है। मामले में रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन समेत आठ लोगों को ईडी ने हिरासत में लिया है। ऐसे में ईडी की सक्रियता बढ़ी हुई है। भारी संख्या में नकदी बरामदगी से लेकर अन्य वित्तीय लेनदेन के कई मामले उजागर हुए है।
अब इस मामले में 13 लोगो को ईडी ने समन भेजकर रांची जोनल कार्यालय में विभिन्न तारीखों को हाजिर होने को कहा है। इसमें जयंत करनाड (10 मई), प्रमोद प्रसाद (11 मई), प्रेरणा सोनी (11 मई), हरिशंकर परशुराम पुरिया (11 मई), माया केजरीवाल (12 मई), सचिदानंद प्रसाद (12 मई), शांति साव (12 मई), राजकिशोर साहू (13 मई), दीपशिखा धानुका (13 मई), सपना भारती (13 मई), सुधांशु कुमार (13 मई), संजय कुमार (15 मई) और मानकी देवी (15 मई) को बुलाया गया है।
हालांकि इस व्यक्त कई मामलों की जांच ईडी कर रही है। सभी लोगों से सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-बिक्री से जुड़े तथ्यों पर पूछताछ करेगी। बता दें कि जमीन के असली मालिक जयंत करनाड ने साल 2007 में सेना से मुक्त कराने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है ।
11 मार्च 2009 को पारित आदेश में अदालत ने जमीन जयंत करनाड को वापस करने के लिए कहा। जयंत करनाड ने साल 2019 में सेना कब्जे वाली उक्त जमीन को 13 लोगों में बेच दी थी. इसी जमीन को फर्जी रैयत बनकर प्रदीप बागची ने भी जगतबंधु टी एस्टेट को बेच दी थी। बरियातू थाने में चार जून 2022 को रांची नगर निगम के टैक्स कलेक्टर दिलीप शर्मा ने FIR दर्ज कराई थी। बाद में ईडी इसी केस के आधार पर 21 अक्टूबर 2022 को ईसीआइआर दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है।
