L19/Ranchi : ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता रहे वीरेंद्र राम और उनके गैंग के सदस्यों को रिमांड पर ले लिया गया है। प्रवर्तन निदेशालय की विशेष अदालत ने गिरफ्तार चार्टर्ड एकाउंटेंट नीरज मित्तल, ब्रोकर राम प्रकाश भाटिया और ताराचंद को चार दिनों की रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की इजाजत दे दी है। सोमवार को इडी की ओर से तीनों अभियुक्तों को छह दिनों की रिमांड लेकर पूछताछ की अनुमति मांगी गई। सीए नीरज मित्तल की ओर से अधिवक्ता विक्रांत सिन्हा और राम प्रकाश भाटिया और तारा चंद की ओर से रिमांड अधिवक्ता सौरव पांडेय ने विरोध किया।
वहीं इडी के विशेष लोक अभियोजक शिव कुमार ने बहस करते हुए कहा कि तीनों आरोपियों की मनी लॉन्ड्रिंग में महत्वपूर्ण भूमिका है, इसलिए इनसे पूछताछ जरुरी है। दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने ईडी को चार दिनों की रिमांड की अनुमति दी है। तीनों आरोपियों पर जेल में बंद निलंबित अभियंता प्रमुख बीरेन्द्र राम के पैसों के निवेश में सहायता करने का आरोप है। नीरज मित्तल, ताराचंद और राम प्रकाश भाटिया को इडी ने दिल्ली और राजस्थान से गिरफ्तार किया था। इन लोगों पर शेल कंपनियां बना कर वीरेंद्र राम के पिता गेंदा राम के खाते में 4.29 करोड़ रुपये डिपाजिट करने का आरौप है।