L19 DESK : सोमवार यानि 15 मई को बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में ईडी ने छापेमारी कि और सीसीटीवी फुटेज को अपने कब्जे में ले लिया। सीसीटीवी फुटेज की जांच में पाया गया कि मनी लाउंड्रिंग के आरोपी प्रेम प्रकाश ने रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन से जेल में मुलाकात की थी। वह शाम 6:41 बजे छवि रंजन के वार्ड में घुसा और शाम 7:36 बजे बाहर निकला। इस दौरान प्रेम प्रकाश ने अपने चेहरे पर गमछा लपेट रखा था। जेल में दोनों की मुलाकात पांच मई की शाम को हुई थी। छवि रंजन ने गिरफ्तारी के बाद पांच और छह मई की रात जेल में गुजारी थी। ईडी की पूछताछ में छवि रंजन ने कहा है कि वह प्रेम प्रकाश को जानते ही नहीं हैं। कभी मिले भी नहीं हैं, लेकिन ईडी के इस नये खुलासे से जालसाजी कर जमीन की खरीद-बिक्री में इन व्यक्तियों द्वारा रची गयी साजिश की भी पहली नजर में पुष्टि होती है।
ईडी ने पीएमएलए कोर्ट में दिया था आवेदन
प्रेम प्रकाश और छवि रंजन की मुलाकात की सूचना मिलने के बाद ईडी ने पीएमएलए कोर्ट में आवेदन देकर जेल में छापामारी करने के लिए सर्च वारंट जारी करने का अनुरोध किया था। ईडी ने अपने आवेदन में कहा था कि जेल में प्रेम प्रकाश और छवि रंजन की मुलाकात की सूचना है। दस्तावेज में जालसाजी कर जमीन की खरीद-बिक्री के मामले में रची गयी साजिश में प्रेम प्रकाश, छवि रंजन और अमित अग्रवाल के शामिल होने की जानकारी जांच के दौरान मिली है। जांच में मिली इस जानकारी की पुष्टि के लिए जेल में छापा मार कर सीसीटीवी फुटेज की जांच जरूरी हैं। कोर्ट ने ईडी के आवेदन में वर्णित तथ्यों के देखते हुए 15 मई को सर्च वारंट जारी कर दिया।
कोर्ट से सर्च वारंट मिलने का बाद ईडी की सोमवार दोपहर करीब 3:00 बजे टीम बिरसा केंद्रीय कारा पहुंची। ईडी कि टीम ने जेल अधीक्षक से मिलने की इच्छा जतायी। अधीक्षक जेल में नहीं थे। जेल के दूसरे अधिकारियों ने ईडी के अफसरों को अधीक्षक के कमरे में बैठाया। अधीक्षक को ईडी के अधिकारियों के मिलने आने की जानकारी दी। कुछ देर बाद अधीक्षक पहुंचे। उनके पहुंचते ही ईडी के अधिकारियों ने अधीक्षक को सर्च वारंट पकड़ा दिया और अपने साथ अंदर ले जाकर छापामारी शुरू कर दी। सीसीटीवी फुटेज की जांच की पाया गया कि सूरज डूबने के बाद प्रेम प्रकाश गमछे से अपना चेहरा ढंककर अपने वार्ड से निकला और छवि रंजन के वार्ड में गया। करीब 55 मिनट बाद प्रेम प्रकाश अपने वार्ड में वापस लौट आया।