L19/RANCHI : ED को झारखंड पुलिस मुख्यालय को नहीं मिल रहा है समर्थन। जिसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि ED ने पुलिस मुख्यालय से झारखंड पुलिस के तीन DSP की चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा मांगा गया था, जो अभी तक नहीं मिला है।
पहले भेजी गई चिट्ठियों को ED को नहीं मिला कोई भी जवाब
ED ने बीते साल अगस्त महीने में अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति के मामले में नेताओं व नौकरशाहों पर लगे आरोपों के द्वारा में पुलिस मुख्यालय को 26 अलग-अलग पत्र गया था।और रिपोर्ट मांगी गया था। पुलिस मुख्यालय ने भी उन सभी पत्रों को CID को को भेजकर अपनी ड्यूटी पूरी किया ।
सीआईडी ने भी सभी जिलों से रिपोर्ट खोज की थी। जिसके बाद रिपोर्ट का क्या हुआ, यह अभी तक किसी को पता नहीं चल पाया गया है। ईडी के पास मनी लांड्रिंग से इतर भी बीते साल करीब 400 शिकायतें की गई थीं, उसे ईडी के द्वारा पुलिस मुख्यालय को भेजा था।
DSP का मुलाकात हो चुका है पंकज मिश्रा से रिम्स में
संताल क्षेत्र में 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच हो रही ईडी ने मुख्यमंत्री के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किया गया था। रिमांड पर पूछताछ में तबीयत खराब होने पर पंकज मिश्रा को न्यायिक हिरासत में रिम्स में भर्ती किया गया था।
पंकज मिश्रा रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाज जो रहा था। इस दौरान तीनों ही DSP प्रमोद कुमार मिश्रा, राजेंद्र दुबे व यज्ञ नारायण तिवारी ने अलग-अलग तारीख में उनसे अनधिकृत रूप से उनसे मुलाकात हुई। तीनों से ईडी ने पूछताछ कर ली है और तीनों ने यह स्वीकार भी किया है कि उनलोगों ने पंकज मिश्रा से मुलाकात हो चुकी है।
ED ने मांगा तीनों डीएसपी से संपत्ति ब्यौरा
ED को शक है कि तीनों ही डीएसपी ने पंकज मिश्रा के समर्थन से भारी मात्रा में चल-अचल संपत्ति अर्जित किया हैजिसके बाद ईडी ने तीनों ही डीएसपी को अपनी चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा देने के लिए कहा था , पुलिस मुख्यालय को भी पात्र भेजा गया था। तीनों की संपत्ति की जानकारी मांगी गए थी। अब तक पुलिस मुख्यालय से ईडी को कोई जानकारी नहीं मिली पाया है। उनपर पंकज मिश्रा के लिए काम करने का आरोप लागया गया है।