L19 DESK : जमीन घोटाला मामला को लेकर ईडी को बड़गाईं अंचल के कर्मचारी भानुप्रताप प्रसाद के घर से डायरी मिली है, जिसमें भूमि घोटाले का पूरा कच्चा-चिट्ठा लिखा हुआ है। 13 अप्रैल को ईडी ने जब भूमि घोटाला केस में छपे मारी कि थी तो नगदी और जमीन के दस्तावेजों के अलावा यह डायरी भी मिली थी। मिली जानकारी के अनुसार इस डायरी में जमीन के रेकॉर्ड में हेराफेरी किए जाने के बाद मिलने वाली रकम का हिसाब-किताब लिखा हुआ है। उन लोगों का नाम लिखा है जिन्होंने पैसे दिए हैं। बताया जा रहा है कि भूमि घोटाला जांच के सिलसिले में इस डायरी में लिखे तथ्य अहम सुराग साबित हो सकते हैं। कई और सफेदपोशों तक जांच का दायरा पहुंच सकता है।
जानकारी के मुताबिक डायरी में दर्ज रकम के संदर्भ में कहा जा रहा है कि कर्मचारी ने यह पैसा रजिस्टर-2 में बदलाव कर संबंधित लोगों का नाम चढ़ाने के एवज में लिया था। 13 अप्रैल को ईडी ने रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन के जमशेदपुर स्थित आवास सहित हजारीबाग, सिमडेगा और रांची सहित पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल और बिहार के कुल 22 ठिकानों पर छापेमारी कि थी।
छापेमारी के दौरान 3.97 लाख रुपये नगद, जमीन संबंधित दस्तावेज और बड़गाईं अंचल की जमीन से संबंधित वॉल्यूम 6,7,8 मिला था। जब ईडी ने दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच कराई तो पता चला कि कई अहम पन्ने गायब हैं। कई जगह काट-छांट की गई है। किसी और का नाम चढ़ाने के लिए किसी का नाम काटा गया है। जमीन के रेकॉर्ड में ऑनलाइन किसी का नाम दर्ज है तो कागजों में किसी और का। बताया जाता है कि लॉकडाउन के दौरान व्यापक पैमाने पर जमीन घोटाला हुआ है।