L19 DESK : बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार में प्रवर्तन निदेशालय (इडी) को कुछ ऐसे सुराग हाथ लगे हैं, जिससे राजधानी रांची में हुए लैंड स्कैम की अहम जानकारी है। इडी की टीम ने होटवार जेल में छापेमारी की थी। इडी को छापेमारी में पता चला कि झारखंड पुलिस के एक अधिकारी ने जेल में छापेमारी के पहले मनी लॉन्ड्रिंग, खान घोटाला, शराब घोटाला और भूमि घोटाले के आरोपी प्रेम प्रकाश और अमित अग्रवाल से मुलाकात की थी।
इडी के अधिकारियों के खिलाफ साजिश रचने के लिए रांची पुलिस के एक बड़े पुलिस अधिकारी से मदद मांगी गयी थी। इस बातचीत से संबंधित एक ऑडियो भी ईडी के हाथ लगी है। ऑडियो क्लिप की जांच के बाद ईडी जल्द इस बड़ी साजिश का पर्दाफाश कर सकती है। इडी केंद्रीय कारागार में लगे सीसीटीवी की फुटेज भी खंगाल रही है, ताकि इस बात की जानकारी मिल सके कि रांची पुलिस के किस अधिकारी ने प्रेम प्रकाश व अमित अग्रवाल से मुलाकात की थी।
इडी के अधिकारीयों के खिलाफ जेल की सलाखों के पीछे से रची जा रही इस साजिश को गंभीरता से लिया है और इस पूरे प्रकरण की जानकारी केंद्र सरकार को भी दी गयी है। झारखंड में लैंड स्कैम, बालू के अवैध कारोबार , शराब टेंडर में हुए कथित घोटाले और अवैध खनन जैसे करोडों रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसी इडी के अधिकारियों को फर्जी मुकदमे में फंसाने की साजिश होटवार जेल में रची जा रही थी।
इडी के एक अफसर के खिलाफ रांची के धुर्वा थाना के कर्मियों की तरफ से साजिश जेल से रची जा रही थी। इस सिलसिले में साजिशकर्ताओं ने एक एससी-एसटी महिला को इडी के अधिकारीयों के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए तैयार किया गया था। महिला को एक बड़ा ऑफर दिया गया था, लेकिन एजेंसी को सही समय पर इसकी सूचना मिल गयी। इस मामले में ईडी द्वारा कई अहम तथ्य और साक्ष्य जुटाये गये हैं। इस साजिश में अवैध खनन और जमीन घोटाले में शामिल प्रेम प्रकाश, अमित अग्रवाल समेत कई दूसरे कैदियों की भूमिका थी। जानकारी के अनुसार बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद आरोपियों को जेल प्रशासन और बाहर से भी मदद पहुंचायी जा रही थी।