
L19/Hazaribagh : बरही रोड एनएच-31 के चौड़ीकरण में अभी तक कई रैयतों को मुआवजा राशि की भुगतान नहीं हुआ है, तथा मकान तोड़े जा चुके हैं। इसे लेकर रैयत काफी परेशान हैं। ऐसे में शुक्रवार से रैयतों ने मुआवजा राशि को लेकर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। रैयतों का कहना है कि मुआवजा राशि के उचित भुगतान को लेकर संतरी से लेकर मंत्री तक गुहार लगा चुके हैं। भुक्तभोगी मनोज केसरी ने बताया कि प्रावधान के अनुसार बिना मुआवजा दिए निर्मित स्थल हटाना गैर कानूनी है। बावजूद वरीय अधिकारियों की उपस्थिति में जबरन निर्मित स्थल तोड़े गए और तोड़े जा रहे हैं। रैयतों का यह भी कहना है कि मुआवजा के संबंध में सिर्फ एक ही बात बताई जा रही है कि 17 अप्रैल को ही मामला और राशि कोर्ट को सुपुर्द किया जा चुका है। परंतु कोर्ट से अब तक किसी भी रैयत को कोई सूचना नहीं मिला है।
लोगों का आरोप है कि मुआवजा भुगतान में पैसे का खेल हो रहा है। जो रैयत इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं उन्हे जान-बूझकर परेशान किया जा रहा है। यह जांच का विषय है। पूछे जाने पर डीएलओ ने बताया कि मामला कोर्ट में भेजा जा चुका है। रैयतों की राशि भी कोर्ट को सुपुर्द की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि राशि सीधे व्यवहार न्यायाधीश वरीय कोर्ट वन को भेजी गई है। परंतु न्यायाधीश के निर्देशानुसार यह राशि कोर्ट के अलग समिति को हस्तांतरित किया जा चुका है। जिसे भी संदेह हो वह उनके कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। रैयरों अपने मुआवजा राशि को लेकर काफी परेशान है रैयतों ने कहाँ जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।
