L19 DESK : दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को वेबसाइट न्यूजक्लिक पर रेड की है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने कथित तौर पर वेबसाइट से जुड़ी 30 से ज्यादा लोकेशन पर छापा मारा है। पुलिस कुछ पत्रकारों को अपने साथ ले गई है। दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई यूएपीए के तहत की है। 5 अगस्त को न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया था कि न्यूजक्लिक को एक अमेरिकी वामपंथी अरबपति नोवेल रॉय सिंघम ने फाइनेंस किया था। वे चीनी प्रोपेगैंडा को बढ़ावा देने के लिए भारत समेत दुनियाभर में संस्थाओं को फंडिंग देते हैं।
इस रिपोर्ट के आधार पर 17 अगस्त को न्यूजक्लिक के खिलाफ यूएपीए के सेक्शन 153(ए) (धर्म, जाति के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 120(बी) (आपराधिक षड्यंत्र में भागीदारी) समेत कई अन्य सेक्शन के तहत एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। प्राथमिकी का नंबर 224/2023 है। इस रेड को लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मुझे यहां किसी बात की सफाई देने की जरूरत नहीं है। अगर किसी ने कोई गलत काम किया है या गलत तरीके से उसके पास पैसा आया है, तो जांच एजेंसियों तय गाइडलाइन के तहत जांच करने के लिए पूरी तरह आजाद हैं।
जिन पत्रकारों के यहां छापा मारा गया, उनमें प्रमुख रूप से प्रबीर पुरकायस्थ, संजय राजौरा, उर्मिलेश, भाषा सिंह, औनिंद्यो चक्रवर्ती, अभिसार शर्मा और सोहेल हाशमी हैं। कहा जा रहा है कि ये सभी न्यूज वेबसाइट न्यूजक्लिक से जुड़े हुए हैं। अभिसार शर्मा नोएडा और उर्मिलेश गाजियाबाद में रहते हैं। इनमें से कई पत्रकारों ने ट्वीट कर बताया है कि पुलिस ने उनके घरों में रेड डाली है और उनके मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त कर लिए हैं। इससे पहले, 22 अगस्त को दिल्ली हाईकोर्ट ने न्यूजक्लिक के एडिटर इन चीफ प्रबीर पुरकायस्थ को नोटिस दिया था।
यह नोटिस दिल्ली पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंसेस विंग (EOW) की याचिका पर दिया गया था। पुलिस ने याचिका में कोर्ट के अंतरिम आदेश को वापस लेने की अपील की थी, जिसमें न्यूज साइट के खिलाफ सख्त एक्शन लेने पर रोक लगाई गई थी। दरअसल, दिल्ली हाईकोर्ट ने 7 जुलाई 2021 को प्रबीर पुरकायस्थ को गिरफ्तार न करने का आदेश दिया था। हालांकि कोर्ट ने कहा था कि पुरकायस्थ को अधिकारियों के निर्देशों के मुताबिक जांच में सहयोग करना होगा। दिल्ली पुलिस की याचिका के बाद कोर्ट ने पुरकायस्थ से इस मामले में जवाब तलब किया था।
संसद के मानसून सत्र के दौरान 7 अगस्त को लोकसभा में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने भी न्यूयॉर्क टाइम्स रिपोर्ट का हवाला देकर न्यूजक्लिक को मिलने वाली चीनी फंडिंग का मुद्दा उठाया था। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि, ‘कांग्रेस, चीन और विवादित न्यूज वेबसाइट न्यूजक्लिक एक ही गर्भनाल से जुड़े हैं। राहुल गांधी की ‘नकली मोहब्बत की दुकान’ में पड़ोसी सामान साफ देखा जा सकता है। चीन के प्रति उनका प्रेम नजर आ रहा है। वे भारत विरोधी अभियान चला रहे हैं।