L19 DESK : रक्षा खरीद परिषद की शुक्रवार यानि 16 सितंबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक के दौरान खरीद के नौ प्रस्तावों को शुरुआती मंजूरी प्रदान की गई हैं । जिनमे जल सेना, वायु सेना और थल सेना तीनों सेनाओं की हथियारों की जरूरतों को पूरा करने और आधुनिकीकरण को गति देने के लिए रक्षा मंत्रालय की रक्षा खरीद परिषद को 45,000 करोड़ रुपये की लागत के नौ रक्षा खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दे दी। इनमें भारतीय वायुसेना के लिए 12 सुखोई-30 एमकेआइ लड़ाकू विमान, आकाश से जमीन तक मार करने वाली ध्रुवास्त्र मिसाइल, नौसेना के लिए टोही जहाज से लेकर अग्रिम मोर्चे पर तैनात किए जाने वाले सेना के बख्तरबंद युद्धक वाहनों की खरीद के प्रस्ताव शामिल हैं।
रक्षा मंत्रालय ने बयान में कहा कि 12 सुखोई विमानों की खरीद के साथ डोर्नियर विमानों के उन्नयन के लिए जरूरी प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई है। हवा से सतह पर मार करने वाली ध्रुवास्त्र मिसाइल की खरीद को भी मंजूरी दी गई है। बैठक में रक्षा मंत्री ने कहा कि सैन्य बलों के आधुनिकीकरण और खरीद में कम से कम 60-65% स्वदेशी सामग्री का लक्ष्य रखना चाहिए। यह तय हुआ कि जिन प्रस्तावों को शुक्रवार को मंजूरी दी गई है, उन सबकी खरीद भारतीय विक्रेताओं से होगी। स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित व निर्मित श्रेणी के तहत यह खरीद ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में भारतीय रक्षा उद्योग को मजबूती देगी।
राजनाथ ने बैठक में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ, तीनों सेना प्रमुखों, रक्षा सचिव और अधिग्रहण)को भारतीय रक्षा उद्योग के परामर्श से न्यूनतम स्वदेशी सामग्री सीमा को बढ़ाने की दिशा में काम करने का निर्देश भी दिया। डीएसी ने हल्के बख्तरबंद बहुउद्देश्यीय वाहनों, एकीकृत निगरानी एवं लक्ष्यीकरण प्रणाली की खरीद के लिए एओएन को मंजूरी दी। डीएसी ने आर्टिलरी गन व रडार की तेजी से तैनाती के लिए हाई मोबिलिटी व्हीकल गन टोइंग वाहनों की खरीद को भी मंजूरी दे दी।
नौसेना के लिए अगली पीढ़ी के टोही जहाजों की खरीद को मंजूरी प्रदान की गई है जिससे हाइड्रोग्राफिक संचालन करने के लिहाज से नौसेना की ताकत बढ़ेगी। वायुसेना के जिन खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है उनमें हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड के सहयोग से निर्मित रूसी 12 सुखोई-30 एमकेआइ विमानों की खरीद की जाएगी। संचालन के लिए सटीकता और विश्वसनीयता में सुधार के लिए डोर्नियर विमान का एवियोनिक अपग्रेडेशन किया जाएगा।