L19/DESK : अरब सागर में उठे चक्रवात बिपरजॉय को लेकर मौसम विभाग ने एक ताजा अपडेट जारी किया है, उसके अनुसार बताया गया है कि इस तूफान ने अपना रास्ता बदल दिया है। इससे पहले पाकिस्तान के तट की ओर जाता हुआ प्रतीत हो रहा चक्रवात बिपरजॉय, ने अब अपना रास्ता बदल लिया है।यह चक्रवात अब भयंकर तूफान में तब्दील हो चुका है,जो अब उत्तर-उत्तर-पूर्व दिशा में बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जो ताजा बुलेटिन जारी किया गया है उसके अनुसार 15 जून को यह उत्तरी गुजरात तट से टकरा सकता है।
मौसम विभाग के क्षेत्रीय विशिष्ट मौसम विज्ञान केंद्र के एक बुलेटिन में इस बाबत जानकारी दी गयी है और कहा गया है कि भयंकर चक्रवात के कारण गुजरात तट पर अरब सागर में 2-3 मीटर ऊंची तूफानी लहरें उठती दिखेंगी। इसके अलावा तूफान से बड़े पैमाने पर नुकसान की आशंका व्यक्त की गयी है. गुजरात के पश्चिमी तटीय जिलों में तूफान की वजह से भयंकर बारिश और बाढ़ से हालात उत्पन्न हो सकते हैं।प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ के मद्देनजर गुजरात सरकार राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) एवं राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के दलों को तटीय इलाकों में तैनात कर रही है तथा छह जिलों में आश्रय केंद्र स्थापित करेगी। तूफान तटीय क्षेत्र में किस स्थान पर जमीन से टकराएगा, उसके बारे में आने वाले दिनों में स्थिति स्पष्ट होगी। एक अधिकारी ने बताया कि 13 से 15 जून के बीच भारी बारिश होने और 150 किलोमीटर (किमी) प्रति घंटा की रफ्तार तक हवा बहने से कच्छ, जामनगर, मोरबी, गिर सोमनाथ, पोरबंदर, और देवभूमि द्वारका जिलों के चक्रवात से प्रभावित होने की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि सौराष्ट्र-कच्छ और कराची तट से 15 जून को दोपहर 125-130 किमी प्रति घंटा से लेकर 150 किमी प्रति घंटा तक की गति वाली हवा के साथ चक्रवात के गुजरने की अत्यधिक संभावना है। राहत आयुक्त आलोक पांडे ने संवाददाताओं से कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने तटीय जिलों के जिलाधिकारी, सेना, नौसेना और भारतीय तटरक्षक के प्रतिनिधियों और विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की है। विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे तटीय जिलों में चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए पहले से तैयारी करें और समन्वय स्थापित करें।