Ranchi/Khunti : रांची के करीब 70 किलोमीटर दूर खूंटी के अड़की प्रखंड में सोने का भंडार मिला है. अब बारी वहां खनन कराने की है. लेकिन मामला उलझता हुआ नजर आ रहा है. अड़की के ग्रामीणों खनन कार्य का घोर विरोध कर रहे हैं. बड़े पैमाने पर ग्राम सभा का आयोजन कर ग्रामीण अपना विरोध जता रहे हैं. उनका कहना है कि वो मर जाएंगे लेकिन खनन कार्य शुरू नहीं होने देंगे. लोकतंत्र19 ने जब ग्रामीणों से सवाल किया कि खनन शुरू होने के बाद वहां विकास होगा, तो उनका साफ कहना है कि उन्हें ऐसा विकास नहीं चाहिए जिससे उनका जल, जंगल और जमीन खतने में पड़ जाए. फिलहाल अड़की के आस-पास तनाव का माहौल देखा जा रहा है. साथ ही ग्रामीण वहां के लोकल प्रशासन पर गंभीर आरोप भी लगा रहे हैं.
इसे भी पढ़ें : सोहराय और करम परब पर होगी 2-2 दिनों की छुट्टी, 2026 का छुट्टी का कैलेंडर जारी
ग्रामीणों ने सीओ पर आरोप, कहा बिना पढ़ाए करा रहे थे दस्तख
खूंटी जिला के अड़की प्रखंड के ग्रामीण वहां के बीडीओ सह सीओ गणेश कुमार महतो पर संगीन आरोप लगा रहे हैं. ग्रामीणों ने loktantra19.com को बताया कि एक नोटिस देकर प्रमुख, उप्रमुख, मुखिया, उपमुखिया, पंचायत समिति और तमाम लोगों को अंचल कार्यालय बुलाया गया. वहां खनन करने वाली कंपनी के भी कुछ लोग मौजूद थे. बैठक के दौरान खनन करने वाली कंपनी की तरफ से एक रजिस्टर निकाला गया. रजिस्टर में साफ तौर से लिखा हुआ था कि खनन कार्य शुरू किया जाएगा. जिसे देख वो भड़क गए. तत्काल दस्तखत करने से मना कर दिया और बैठक समाप्त कर दी गयी. वहां से लौटकर जब वो लोग गांव आए तो एक बड़ा ग्राम सभा का आयोजन किया गया. जिसमें खुले तौर पर खनन कार्य का विरोध दर्ज कराया गया.
इसे भी पढ़ें : नववर्ष 2026 को लेकर अनुमंडल पुलिसपदाधिकारी अशोक प्रियदर्शी ने की समीक्षा बैठक
सीओ ने कहा आरोप निराधार रजिस्टर खुद ग्रामीण लेकर आए थे
वहीं जब इस मामले पर loktantra19.com ने सीओ गणेश कुमार महतो से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि यह आरोप सरासर गलत है. खनन विभाग से आयी चिट्ठी के आलोक में ग्रामीणों को खनन कार्य से संबंधित बातचीत करने के लिए बुलाया गया था. ग्रामीण खुद ही रजिस्टर लेकर आए थे. रजिस्टर सीओ कार्यालय का नहीं था. श्री महतो ने कहा कि उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वो जाकर ग्रामसभा करें और उचित फैसला लें. इसके बाद बैठक समाप्त कर दी गयी.
