L19 DESK : अवैध खनन और जमीन घोटाला मामले में रांची के होटवार जेल में बंद प्रेम प्रकाश औऱ अमित अग्रवाल को झारखंड से बाहर शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है। इन्हें दूसरे राज्य के जेल में शिफ्ट किया जा सकता है। इसे लेकर ईडी ने इन दोनों अपराधियों की संदिग्ध गतिविधियों के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है। वहीं, दूसरी ओर जेल में छापेमारी के दौरान मिले सबूतों को अब ईडी पीएमएलए कोर्ट में पेश करेगी, ताकि इन सबूतों के आधार पर इन दोनों ही षड्यंत्रकर्ताओं को राज्य से बाहर भेजा जा सके। पीएमएलए कोर्ट से पर्मिशन मिलते ही इन्हें दूसरे राज्य की जेल में भेज दिया जायेगा।
इन राज्यों के जेल में भेजा जा सकता है प्रेम प्रकाश को
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रेम प्रकाश औऱ अमित अग्रवाल को गुजरात, असम या महाराष्ट्र की जेल में भेजा जा सकता है। वहीं, जेल में बंद अभियुक्तों को मदद पहुंचाने वाले जेल अधीक्षक हामिद अख्तर और जेलर मोहम्मद नसीम को जांच एजेंसी सोमवार यानि आज समन कर सकती है। ईडी को छापेमारी के दौरान ये पता चला था कि अवैध खनन, टेंडर कमीशन घोटाला, जमीन घोटाला औऱ शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार आरोपियों को जेल में विशेष सुविधायें दी जा रही हैं। ईडी ने जेल से कुछ सीसीटीवी फुटेज भी जब्त किया था। जिसकी जांच चल रही है। यही फुटेज दिखाकर जेल सुपरीटेंडेंट और जेलर से सवाल पूछे जायेंगे।
कई अधिकारी भी ईडी की जद में
वहीं, इस मामले में अब कई अधिकारी भी जद में आ गये हैं। ईडी को मिली खबर के मुताबिक, कई अधिकारी प्रेम प्रकाश से मिलने जेल जाते हैं। इस संबंध में जेल परिसर के आस पास के कॉल डंप के जरिये पता लगाया गया कि आखिर कौन कौन से अधिकारी उसके संपर्क में हैं। अब ईडी इन अधिकारियों की सूची तैयार करने में जुटी हुई है। सूची तैयार हो जाने के बाद इन्हें समन भेजकर पूछताछ के लिये बुलाया जायेगा। यही नहीं, ईडी को ये भी खबर मिली है कि प्रेम प्रकाश ने जेल जाने के बाद कई जेल अफसरों और जेल कर्मियों को फायदा पहुंचाया है। मामला संज्ञान में आने के बाद अब ईडी जेल कर्मियों को प्रेम प्रकाश के द्वारा किस तरह के लाभ पहुंचाये गए हैं, इसकी जांच शुरू कर चुकी है।
जेल में रहते हुए प्रेम प्रकाश ने दिलाया जेल कर्मियों को हथियार का लाइसेंस
ईडी को जानकारी मिली है कि प्रेम प्रकाश ने जेल में रहते हुए अपने पावर और प्रभाव का इस्तेमाल कर जेल के कई कर्मियों को हथियार का लाइसेंस दिलवाया है। इस मामले में अब ईडी यह जांच कर रही है कि पिछले एक साल में किन-किन जेल कर्मियों के नाम से आर्म्स लाइसेंस जारी हुए हैं। वहीं ईडी के गवाहों को प्रभावित करने में एक जिले के एसपी की भूमिका की जांच भी हो रही है। ईडी को एसपी स्तर के अधिकारी के खिलाफ सबूत भी मिले हैं।
ये है पूरा मामला
बता दें, ईडी ने बीते शुक्रवार को होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में छापेमारी की थी। ये छापेमारी ईडी के सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के आधार पर की गयी थी। ईडी को पता चला था कि प्रेम प्रकाश जेल में रहते हुए ही ईडी के विरुद्ध षड्यंत्र रच रहा है। वह विभिन्न घोटाले के आरोपियों के साथ मिलकर ईडी अफसरों को नुकसान पहुंचाने की तैयारी में है। इसके लिये वे लोग जेल में बंद विभिन्न घोटालों के गवाहों को भी तोड़ने की कोशिश कर रहे थे। वहीं दूसरी ओर, छापेमारी के बाद जेल प्रशासन ने सख्ती बरतना शुरु कर दिया है। जेल परिसर के आस पास आने जाने वालों से पूछताछ की जा रही है। वहीं, जेल में बंद कैदियों से मिलने आने वाले परिजनों से भी सख्ती से पूछताछ की जा रही है।