L19/DESK : झारखंड की रांची पुलिस ने 26 जुलाई को हुई माकपा नेता सुभाष मुंडा हत्याकांड का खुलासा कर लिया है। घटना के बाद रांची और झारखंड की जनता काफी आक्रोशित थी और जल्द आरोपियों की गिरफ़्तारी की मांग कर रही थी। इस बीच रांची पुलिस ने इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए एसआईटी टीम का गठन किया था जो दिन रात आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी अभियान चला रही थी। आज इस हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन किया है और तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। रांची एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि सुभाष मुंडा की हत्या दलादली मौजा स्थित 119 डिसमिल जमीन को लेकर हुई थी,जिसके मुख्य सजिशकर्ता छोटू खलखो ने 15 लाख रुपये की सुपारी देकर सुभाष मुंडा की हत्या कराई थी।
आज इस मामले में रांची पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुख्य साजिशकर्ता समेत तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है,इन अपराधियों में लालगुटवा का रहने वाला छोटू खलखो, अभिजीत कुमार और रातू का रहने वाला विनोद महतो शामिल है। इस बीच पुलिस ने बताया कि इस घटना में शामिल अन्य शूटरों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त देसी पिस्टल, टेलिस्कोपिक स्पोर्टिंग राइफल, एक रिवाल्वर, पंप एक्शन शॉटगन और एक फॉर्च्यूनर गाड़ी बरामद की है.
बताते चलें कि सुभाष सिंह मुंडा दलादली सहित रातू नगड़ी इलाके में उभरते हुए युवा भाकपा नेता और आदिवासी समाजसेवी थे। वहीं इस इलाके के जमीन से संबंधित खरीद बिक्री जैसे छोटे मोटे सभी कार्यों में भी काम करते थे यही कारण था कि सुभाष मुंडा का दलादिली चौक, नगड़ी और रातू इलाके में वर्चस्व कायम था जिस कारण अन्य जमीन कारोबरियों इस इलाके में कार्य करने में काफी दिक्कत होती थी। दलादिली चौक स्थित पेट्रोल पंप के पास बेसकीमती 119 डिसमिल जमीन के मामले में सुभाष के विरोध के कारण छोटू खलखो उस जमीन को नहीं ले पा रहा था। इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए छोटू खलखो ने सुभाष मुंडा के करीबी विनोद महतो को भी अपनी ओर मिला लिया,जिसका खुलासा पुलिसिया पूछताछ के क्रम में की गई साथ ही पुलिस ने बताया की सुभाष मुंडा की हत्या के लिए पिछले कई दिनों से अपराधियों द्वारा रेकी की जा रही थी। आज पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से यह खुलासा किया और अपराधियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।