L19 Desk : भाजपा और आजसू के बीच एक बार फिर बवाल खड़ा हो गया है। झारखंड में विधानसभा का चुनाव खत्म होने के बाद एनडीए गठबंधन के दोनों घटक दल – बीजेपी और आजसू एक दूसरे से लगातार जुदा दिख रहे हैं। दूरियों का आलम ये है कि बीजेपी ने आजसू सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी को निशाने पर ले लिया है, भाजपा उनपर आरोप लगा रही है कि वह ऐसे लोगों से हाथ मिला रहे हैं, जिन्होंने चुनाव के दौरान पूरे एनडीए गठबंधन के विरुद्ध काम किया था। गौर करने वाली बात ये है कि अभी मात्र महीने भर पहले तक सीपी चौधरी के आजसू छोड़कर भाजपा में शामिल होने की खबर चल रही थी। लेकिन आज उसी सीपी चौधरी को भाजपा, गठबंधन विरोधी करार दे रही है। अब ऐसी परिस्थितियां क्यों बन रही हैं, और फिलहाल आजसू और भाजपा के बीच कौन सा नया बवाल खड़ा हो गया है, इसको विस्तार से समझते हैं।
क्या है पूरा मामला ?
भाजपा और आजसू की दूरी का कारण बना धनबाद में आयोजित एक कार्यक्रम, जिसमें गिरिडीह सांसद सीपी चौधरी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। दरअसल, सीपी चौधरी धनबाद जिले के खानुडीह बसंती चौक में जिस कार्यक्रम में शामिल हुए थे, इसे आयोजित किया था ग्रामीण अधिकार मंच ने। ग्रामीण अधिकार मंच के कार्यक्रम में सांसद सीपी चौधरी का ग्रामीणों ने भव्य स्वागत भी किया। इस दौरान ग्रामीणों ने विस्थापन, बेरोजगारी, पानी, बिजली की समस्याओं से सांसद को अवगत कराया। बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा ग्रामीणों को ठगने, जमीन परियोजना में जाने के बावजूद नियोजन नहीं देने का भी मामला उठा।
वहीं, ग्रामीणों ने धनबाद सांसद ढुल्लू महतो का नाम लिए बिना, मधुबन कोल वाशरी में मैनुअल लोडिंग से वंचित रखने का बड़ा आरोप भी लगाया है. इस दौरान सीपी चौधरी बीसीसीएल और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर बरसे। इसके साथ ही गिरिडीह सांसद सीपी चौधरी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उनके हक-अधिकार के लिए वह हमेशा साथ खड़े हैं। बीसीसीएल, जिला पुलिस प्रशासन से किसी भी परिस्थिति में ग्रामीणों का अधिकार दिलाने का काम करेंगे। बीसीसीएल और प्रशासन के पदाधिकारी यदि ग्रामीणों का हक और अधिकार को कुचलेंगे, तो उस चुनौती को वह स्वीकार करते हुए समस्या को दूर करेंगे। अगर जरूरत पड़ी, तो आंदोलन का रूख भी करेंगे- ऐसा सीपी चौधरी ने कहा।
हालांकि, ग्रामीण अधिकार मंच की ओर से आयोजित कार्यक्रम में सीपी चौधरी के शामिल होने से भाजपा कार्यकर्ता मुंह फुलाये बैठे हैं। उन्होंने इस पर कड़ी आपत्ति जतायी है। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ये तक कह दिया कि सांसद सीपी चौधरी विपक्षियों के कार्यक्रम में शरीक हुए, उनके साथ हाथ मिला रहे हैं। कहा कि सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी के कार्यक्रम की कोई सूचना पार्टी को नहीं दी गई थी। सांसद एनडीए गठबंधन के विरोधियों के बुलावे पर कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। इससे भाजपा के लोग आहत हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव में भाजपा ने सीपी चौधरी को पूरे मन से जीताने का काम किया था, लेकिन आज वह मोदी विरोधी लोगों के साथ कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। इस दौरान उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि इसकी शिकायत पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से करेंगे।
वहीं, दूसरी तरफ कार्यक्रम में शामिल होने से भाजपाइयों द्वारा आपत्ति जताने के सवाल पर आजसू सांसद सीपी चौधरी ने कहा कि वह ग्रामीणों के बुलावे पर धनबाद पहुंचे। कहा कि वह सभी के सांसद हैं। वहां के ग्रामीणों ने शिकायत की थी कि वह कभी उनलोगों से मिलने नहीं पहुंचे थे. शिकायत को गंभीरता से लेते हुए ग्रामीणों की सभी समस्याओं को दूर करने का काम करेंगे।
आपको बता दें कि पिछले दिनों हिलटॉप आउटसोर्सिंग में हुई हिंसक झड़प के बाद भाजपा और आजसू के बीच खायी लगातार बढ़ती जा रही है। हालांकि, बीते दिनों सीपी चौधरी के आजसू छोड़कर भाजपा में शामिल होने की भी खबर खूब वायरल हुई थी, लेकिन बाद में खुद सीपी चौधरी ने ऑन कैमरा इन खबरों का खंडन करते हुए कहा था कि वह अपनी मूल पार्टी आजसू में ही बने रहेंगे। यानि एक समय में उनकी भाजपा में ज्वाइन करने की चर्चा काफी तेज़ थी, और आज मंज़र ये है कि भाजपा ही उनपर गठबंधन विरोधी होने का आरोप लगा रही है। अब देखना होगा कि भाजपा और आजसू के बीच की खाई कब तक भरती है।